Bihar News: बिहार में खेती, स्वास्थ्य, परिवहन और उद्योग से जुड़ी समस्या का निपटारा करने और लोगों की आमदनी बढ़ाने से लेकर बेहतर इलाज का दायरा बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग होगा. किस मौसम में किस तरह से खेती करें और बिहार के लोगों का बेहतर इलाज कैसे होगा, साथ ही पिछले आंकड़ों और आगामी भविष्यवाणी भी एआई की मदद से की जायेगी.
राज्य स्तरीय समिति का गठन
बिहार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिशन की स्थापना करने के लिए राज्य स्तरीय समिति का गठन किया गया है. इसके अध्यक्ष मुख्य सचिव बनाये गये हैं. पहले फेज में इस तकनीक से जुड़ने वाले विभागों में कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, शासन व्यवस्था, जलवायु परिवर्तन, नगर विकास एवं आवास विभाग, उद्योग को शामिल किया गया है. सूचना प्रावैधिकी विभाग ने इसे लेकर संकल्प जारी कर दिया है.
समिति के अध्यक्ष होंगे मुख्य सचिव
बिहार एआई मिशन के क्रियान्वयन और निगरानी के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है. समिति में मुख्य सचिव अध्यक्ष होंगे. जबकि स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, उद्योग विभाग, सूचना प्रावैधिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव और प्रधान सचिव सदस्य रहेंगे. साथ ही क्षेत्र के विशेषज्ञ और शिक्षण संस्थान के प्रतिनिधि सदस्य रहेंगे.
अस्पतालों में होगी एआई से निगरानी
एआई के सहयोग से अस्पतालों की निगरानी होगी और रोजगार के नये-नये अवसर मिलेंगे. बिहार की स्वास्थ्य एवं शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए एआई से जुड़ी एजेंसियों का चयन होगा. लोगों को इलाज कराने के लिए कहीं भी जाने से पहले एआई से सहयोग ले सकेंगे. बीमारी के संबंध में बताने पर डॉक्टर और बेहतर अस्पताल मिलेगा. सभी विभागों में एआई का इस्तेमाल होने से लोगों के लिये रोजगार के अवसर बढ़ सकेंगे. साथ ही उनकी आमदनी भी बढ़ सकेगी.

