Bihar Land Registry: पटना जिले में जमीन और फ्लैटों की खरीद-बिक्री में लोग दिलचस्पी दिखा रहे हैं. पिछले साल की अपेक्षा इस साल के पहले चार महीने में 751 दस्तावेजों की रजिस्ट्री अधिक हुई है. इससे सरकार को लगभग 33 करोड़ रुपये अधिक राजस्व मिला है. पिछले साल अप्रैल से जुलाई महीने तक 40353 दस्तावेजों की रजिस्ट्री हुई थी, जिससे 431.96 करोड़ रुपये राजस्व मिला था.
चार महीने में 41104 दस्तावेजों की रजिस्ट्री
इस साल पिछले चार महीने के दौरान 41104 दस्तावेजों की रजिस्ट्री हुई है, जिससे 464.39 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त हुआ. पालीगंज में इस साल अप्रैल से जमीन की खरीद-बिक्री के निबंधन की प्रक्रिया शुरू हुई. चार महीने में वहां 1742 दस्तावेजों की रजिस्ट्री से 68.94 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त हुआ है.
दूर-दराज के लोग भी दिखा रहे दिलचस्पी
पटना शहर के अलावा दूर-दराज इलाके में भी लोग जमीन की खरीद-बिक्री में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. उन इलाके में भी सड़क के आवागमन की सुविधा बेहतर होने से लोग रहने को इच्छुक है. पिछले साल की अपेक्षा इस साल पटना सदर में 1142, दानापुर में 133, फुलवारीशरीफ में 47. मसौढ़ी में 46 और बिहटा इलाके में 49 दस्तावेजों की रजिस्ट्री में बढ़ोतरी हुई है.
प्रगति यात्रा के दौरान हुई थी घोषणा
मुख्यमंत्री द्वारा पटना जिले की प्रगति यात्रा के दौरान फरवरी महीने में पालीगंज में निबंधन कार्यालय खोलने की घोषणा की गई थी. इसके बाद पालीगंज निबंधन कार्यालय में अप्रैल से दस्तावेजों की रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू हुई. चार महीने में 1742 दस्तावेजों की रजिस्ट्री हुई. इससे सरकार को 68.04 करोड़ राजस्व मिला.
बिहटा में जमीन की बढ़ी डिमांड
दरअसल, सिर्फ पटना ही नहीं बल्कि इसके आस-पास के जगहों पर भी लोग अपनी रूचि दिखा रहे हैं. पटना के बिहटा की ही बात करें तो यहां जमीन के दाम आसमान छूने लगे हैं. नया एयरपोर्ट, बड़े-बड़े उद्योग, नए इंफ्रस्ट्रक्चर के कारण यहां जमीन की डिमांड बढ़ गई है.
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