Bihar Flood: पटना. चार दिनों से हो रही बारिश के बाद पटना से सटे धनरुआ प्रखंड में पांच नदियां उफान पर है. इससे 16 सौ एकड़ में लगी धान की फसल को नुकसान हुआ है. वहीं चार पंचायतों के दो दर्जन से अधिक गांवों में पानी घुसने से लोगों का आवागमन अवरुद्ध हो गया है. फल्गु नदी में उफान आने से धनरुआ प्रखंड से होकर बहने वाली कररुआ, भूतही और महताइन नदी में शनिवार की रात बाढ़ आ गई. इससे अरमल से चकरमल के बीच में छह जगहों पर कररुआ और भुतही नदी का पानी दर्जनों गांवों में घुस गया है.
आतापुर के पास तटबंध टूटा
आतापुर के पास तटबंध टूट गया, जिससे गांव में पानी जाने लगा. इसके बाद सीओ ने तटबंध की मरम्मति का कार्य शुरू कराया. रविवार तक पानी बहरामपुर, विजयपुरा, पेड़ा और छाती पंचायत के अमरपुरा, सिमहारी, पिपरामा, नसरतपुर, रसलपुर सहित करीब दो दर्जन गांवों में घुस गया है. इससे 16 सौ एकड़ में लगी धान की फसल डूब गयी. वहीं कई जगहों पर सड़क पर पानी आने से लोगों को परेशानी हो रही है.
पांच नदियां ऊफान पर
किसानों ने बताया कि धान की रोपनी दूसरी बार की थी, जिसे भारी नुकसान हुआ है. धनरूआ प्रखंड में पांच नदियां ऊफान पर हैं. दरधा, कररूआ, भूतही, बलदाही नदी, लोकाईन नदी ऊफान है, जिससे धनरूआ प्रखंड के बहरामपुर, छाती, पभेड़ा, विजयपुरा पंचायत बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित हो चुके हैं. विजयपुरा पंचायत में चार गांव पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं, जहां घर से निकलना व मवेशियों के लिए चार जुटा पाना मुश्किल हो रहा है. बहरामपुर व छाती पंचायत के मुखिया ने जल्द राहत व मुआवजे की मांग की है.
बारिश से फिर गंगा का जलस्तर बढ़ा
पटना में मानसूनी बारिश से फिर गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है और यह खतरे के निशान से कुछ ही मीटर नीचे है. पटना के दीघा घाट, गांधी घाट और मोकामा के हाथीदह घाट पर गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और खतरे के निशान से एक से तीन मीटर ही नीचे है. डीएम पटना डॉ. त्यागराजन एसएम के निर्देश पर जल संसाधन विभाग के अभियंता व अंचलाधिकारी ने निरीक्षण किया. दनियावां के जीवनचक, चकराजा के पास महतमाईन नदी के जमींदारी बांध का मरम्मत कार्य किया जा रहा है. फतुहा में क्षतिग्रस्त बांध की मरम्मती कराई जा रही है.
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