पटना.
कॉलेजों में आयुर्वेद की पढ़ाई होगी. इसके लिए यूजीसी ने तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए सभी संस्थानों से सुझाव मांगे गये हैं व एक्सपर्ट के नाम भी मांगें हैं. यूजीसी इसके लिए पाठ्यक्रम तैयार करेगा. सरकार आयुर्वेद को वैश्विक स्तर पर मजबूत करने के लिए सबूत-आधारित रिसर्च पर जोर दे रही है. सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेज और अन्य शोध संस्थानों की मदद से उच्चस्तरीय क्लिनिकल ट्रायल किये जा रहे हैं. वहीं, डब्ल्यूएचओ के साथ साझेदारी में मानक तय किये जा रहे हैं, ताकि आयुर्वेदिक उपचार की वैज्ञानिक विश्वसनीयता और बढ़े. नेशनल आयुष मिशन के माध्यम से देशभर के शैक्षणिक संस्थानों में आयुष हेल्थ सेंटर और औषधीय उद्यान स्थापित किये जायेंगे. हर चिकित्सा पद्धति की विशिष्टता को बनाये रखते हुए आधुनिक शोध, मानकीकरण और शिक्षा को बढ़ावा दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

