Amrit Bharat Train: बिहार को तीन नई अमृत भारत ट्रेनों (तेलंगाना, राजस्थान और दिल्ली से कनेक्टिविटी) और चार नई पैसेंजर ट्रेनों की सौगात मिलेगी. पैसेंजर ट्रेनें नवादा, इस्लामपुर, बक्सर और झाझा जैसे शहरों को जोड़कर राज्य में रेल संपर्क बढ़ाएंगी.
रेल मंत्रालय की इस पहल को बिहार के यात्रियों के लिए नयी सुविधा और नई उम्मीद के तौर पर देखा जा रहा है. यह न सिर्फ लोगों की यात्रा को सुगम बनाएगी, बल्कि प्रदेश के कई हिस्सों को देश के बड़े शहरों से जोड़ने में भी अहम भूमिका निभाएगी.
बिहार की पटरियों पर दौड़ेगी तीन अमृत भारत एक्सप्रेस
अमृत भारत एक्सप्रेस को लेकर पिछले कुछ महीनों से यात्रियों में उत्सुकता थी. तेज रफ्तार, आधुनिक सुविधाएं और लंबी दूरी को आसानी से तय करने का वादा करने वाली ये ट्रेनें अब बिहार के स्टेशनों पर पहुंच चुकी हैं.
सबसे पहली शुरुआत मुजफ्फरपुर–चलपल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस से हुई. 15293/15294 नंबर की यह साप्ताहिक ट्रेन मुजफ्फरपुर से चलकर हाजीपुर, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, डीडीयू, प्रयागराज, जबलपुर, इटारसी, नागपुर और काजीपैंट होते हुए चलपल्ली तक जाएगी. इससे उत्तर बिहार से मध्य और दक्षिण भारत की दूरी नयी पटरी पर सिमट जाएगी.
दूसरी ट्रेन मदार–दरभंगा–मदार अमृत भारत एक्सप्रेस है. 19623/19624 नंबर की यह ट्रेन दरभंगा, कमतौल, सीतामढ़ी, रक्सौल, नरकटियागंज, गोरखपुर, गोमतीनगर, कानपुर और टुंडला के रास्ते मदार पहुंचेगी. इस रूट पर यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए यह एक वरदान साबित होगी, क्योंकि यह न सिर्फ सीधा कनेक्शन देती है बल्कि यात्रा का समय भी घटाएगी.
तीसरी ट्रेन के रूप में यात्रियों को मिली बिहार–छपरा अमृत भारत एक्सप्रेस. सप्ताह में दो दिन चलने वाली इस ट्रेन का मार्ग सीवान, थावे, कप्तानगंज, गोरखपुर, बस्ती, गोंडा, ऐशबाग (लखनऊ) और कानपुर से होकर गुजरेगा. इसका फायदा खासकर उत्तर बिहार और पश्चिमी यूपी की यात्रा करने वाले यात्रियों को मिलेगा.
पैसेंजर ट्रेनों की वापसी: लोकल यात्रियों की बड़ी राहत
अमृत भारत ट्रेनों के साथ-साथ बिहार के यात्रियों को चार पैसेंजर ट्रेनों की भी सौगात दी गई है. पिछले कुछ समय से पैसेंजर ट्रेनों की कमी से परेशान छोटे कस्बों और ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए यह बड़ी राहत है.
सबसे पहले शुरुआत हुई नवादा–पटना डेमू पैसेंजर से. सप्ताह में छह दिन चलने वाली यह ट्रेन शेखपुरा, बरबीघा, अस्थावां, बिहारशरीफ, नूरसराय, दनियावां, तोप सरथुआ, फाजिलचक, जटडुमरी और पुनपुन के रास्ते पटना पहुंचेगी. इस रूट पर रोजाना हजारों यात्री सफर करते हैं, जिन्हें अब सस्ती और सीधी ट्रेन सेवा मिलेगी.
इसी तरह इसलामपुर–पटना डेमू पैसेंजर भी फिर से ट्रैक पर लौट आई है. यह ट्रेन पुनपुन, जटडुमरी, फाजिलचक, तोप सरथुआ, दनियावां और हिलसा के रास्ते राजधानी पटना पहुंचेगी. रविवार को छोड़कर यह ट्रेन सप्ताह में छह दिन चलेगी.
तीसरी नयी शुरुआत हुई पटना–बक्सर फास्ट पैसेंजर की. यह ट्रेन रविवार को छोड़कर हर दिन चलेगी. इस मार्ग पर यात्रा करने वाले छात्रों, नौकरीपेशा और छोटे व्यापारियों के लिए यह सुविधा किसी वरदान से कम नहीं.
चौथी पैसेंजर ट्रेन झाझा–दानापुर फास्ट पैसेंजर है. यह जमुई, किऊल, मोकामा, बख्तियारपुर और फतुहा के रास्ते चलेगी. सप्ताह में छह दिन चलने वाली यह ट्रेन यात्रियों को सीधा और आसान विकल्प उपलब्ध कराएगी.
यात्रियों में उत्साह, रेलवे को उम्मीद
नई ट्रेनों की शुरुआत से यात्रियों में खासा उत्साह है. पटना जंक्शन से ट्रेनों को रवाना होते देखने के लिए रविवार देर रात से ही लोग जुटने लगे थे. रेलवे अधिकारियों का मानना है कि इन ट्रेनों से न सिर्फ यात्रियों की भीड़ को संभालना आसान होगा, बल्कि लोकल और लंबी दूरी की यात्राओं के लिए भरोसेमंद विकल्प भी मिलेंगे.
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने बताया कि इन सभी ट्रेनों का परिचालन यात्रियों की सुविधा और मांग को ध्यान में रखकर किया गया है. उनका कहना था कि बिहार की भौगोलिक और सामाजिक जरूरतों को देखते हुए यह कदम बेहद अहम साबित होगा.

