Aaj Bihar ka Mausam: नवरात्रि के बीच बिहार का मौसम करवट ले चुका है.कभी झमाझम बारिश, कभी तेज धूप और बीच-बीच में उमस भरी हवाएं—लोगों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही.
मौसम विज्ञान केंद्र ने शुक्रवार को 13 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है, जबकि पटना-गया समेत दक्षिण बिहार के 19 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाओं की संभावना जताई गई है. अगले तीन दिन तक यही स्थिति बनी रहेगी और श्रद्धालुओं से लेकर आम लोगों तक को सतर्क रहने की जरूरत है.
बारिश और उमस की मिली-जुली तस्वीर
शुक्रवार सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे. पटना और गया समेत दक्षिण बिहार के जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है. वहीं, उत्तर बिहार में मौसम सामान्य रहने की संभावना जताई गई है. पिछले 24 घंटे में जमुई में बारिश दर्ज हुई, जबकि पटना और सुपौल में धूप ने लोगों को खूब परेशान किया. नालंदा और अन्य जिलों में भी तेज धूप और उमस से लोग बेहाल रहे.
मौसम विभाग ने कहा है कि जिन 13 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है, वहां 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी और बिजली कड़कने की संभावना रहेगी. यही नहीं, कुछ जिलों में अगले दो दिनों तक रुक-रुककर बारिश का दौर भी जारी रहेगा.
बंगाल की खाड़ी से उठी लहर
बिहार के बिगड़े मौसम की वजह बंगाल की खाड़ी में बना लो-प्रेशर एरिया है. इसका असर पूरे राज्य पर दिखाई दे रहा है. यही कारण है कि नवरात्रि के दौरान भी मौसम में उतार-चढ़ाव बना रहेगा. मौसम विभाग का कहना है कि 24 से 48 घंटे तक बारिश और तेज हवाओं की स्थिति बनी रहेगी.
देशभर में दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन बिहार में यह अब भी एक्टिव है. हालांकि इसकी ताकत थोड़ी कमजोर हो गई है. यही वजह है कि अक्टूबर के मध्य तक कभी-कभी हल्की और मध्यम बारिश होती रहेगी.
पटना और दक्षिण बिहार पर खास असर
राजधानी पटना में शुक्रवार को बादल छाए रहेंगे. कहीं-कहीं मध्यम से तेज बारिश हो सकती है. अधिकतम तापमान 33 से 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 से 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
गया, नवादा, नालंदा, बक्सर, सीवान, लखीसराय और मुंगेर जैसे जिलों में मध्यम स्तर की बारिश दर्ज हो सकती है. इन जगहों पर हवा की रफ्तार भी 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. जबकि उत्तर बिहार के अधिकांश हिस्सों में बहुत हल्की बारिश की ही संभावना है.
उमस बढ़ाएगी परेशानी
तेज हवा और बीच-बीच में होने वाली बारिश के बावजूद लोगों को राहत नहीं मिलेगी. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की वृद्धि होगी. ऐसे में उमस और बढ़ेगी. दिन में चिपचिपी गर्मी और रात में हल्की नमी लोगों की परेशानी का सबब बनेगी.
सितंबर का आखिरी हफ्ता बिहार के लिए असमान्य बारिश का रहा है. मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, फिलहाल राज्य में 29 फीसदी कम बारिश हुई है. इसका सीधा असर किसानों पर पड़ रहा है, क्योंकि खरीफ फसल के लिए अब भी पर्याप्त नमी की जरूरत है.
आईएमडी का अनुमान है कि दक्षिण बिहार के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, लेकिन व्यापक स्तर पर मानसून कमजोर पड़ चुका है.
कब लौटेगा मानसून
अगले दो दिनों में गुजरात, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के शेष हिस्सों के अलावा मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ भागों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की स्थितियां अनुकूल हो जाएंगी. बिहार में भी यह सिलसिला धीरे-धीरे अक्टूबर के मध्य तक पूरा हो जाएगा.
मौसम की बदलती चाल
बिहार में मौसम का मिजाज बार-बार बदल रहा है. कभी झमाझम बारिश की राहत, कभी उमस से परेशान करने वाला आसमान और कभी तेज हवा—लोगों को हर दिन नए अनुभव दे रहा है.
नवरात्रि के दौरान भी रुक-रुककर होने वाली बारिश श्रद्धालुओं और घर से बाहर निकलने वालों के लिए चुनौती बनी रहेगी. मौसम वैज्ञानिक साफ कर चुके हैं कि फिलहाल तीन दिन तक राहत की कोई उम्मीद नहीं है.
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