संवाददाता, पटना जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य सभा सांसद संजय झा ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा है कि युवराज का हर परिवार को सरकारी नौकरी देने का झांसा पूरी तरह से हवा-हवाई और महागठबंधन के घोषणाओं का ढकोसला पत्र है. महागठबंधन के पास न तो कोई विजन और ना ही कोई रोडमैप है. सिर्फ मतदाताओं को बरगलाने की कोशिश की जा रही है. पटना वाले ””””””””युवराज”””””””” हर परिवार को सरकारी नौकरी का झांसा देकर कन्फ्यूजन पैदा करने की कोशिश में जुटे हैं. अब ऐसे झांसे को महागठबंधन का घोषणापत्र नाम दे दिया गया है. इसके साथ ही संजय झा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले दिल्ली वाले ””””””””युवराज”””””””” ने ””””””””संविधान को खतरा”””””””” और ””””””””वोट चोरी”””””””” का झूठ फैलाकर बिहार चुनाव में कन्फ्यूजन पैदा करने की कोशिश की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बनाई चकाचक सड़कों पर महागठबंधन के नेताओं के साथ राजनीतिक पर्यटन का आनंद उठाया. उनका झूठ कोई काम नहीं आया. ””””””””झांसे में नहीं आयेगी बिहार की जनता”””””””” जदयू नेता ने कहा, बिहार की जागरूक जनता ऐसे खोखले वादों के झांसे में नहीं आने वाली है. लोग भूले नहीं हैं कि जब उनकी सरकार थी, तब जो लोग सरकारी नौकरी में थे, उन्हें छह-छह महीने तक वेतन नहीं मिलते थे. लोग जानते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो निश्चय करते हैं, उसे पूरा भी करते हैं. उन्होंने कहा है कि अगले पांच साल में हर जिले में उद्योग लगाये जाएंगे और एक करोड़ से अधिक युवाओं को नौकरी या रोजगार दिया जायेगा. पैसा वापसी की बात, विपक्ष का अफवाह इधर, बिहारशरीफ और अन्य जगहों पर चुनावी जनसभा में संजय झा ने कहा कि सरकार की ओर से महिलाओं को उनके रोजगार के लिए दिये गये 10 हजार रुपये को लेकर विपक्ष अफवाह फैला रहा है. श्री झा ने कहा कि हम स्पष्ट रूप से बताना चाहते हैं कि यह पैसा मुख्यमंत्री की ओर से महिलाओं को अपना काम करने के लिए फ्री में दिया गया है. इस राशि से एक पैसा भी वापस नहीं करना है. संजय झा ने कहा कि महिलाओं का काम जैसे ही आगे बढ़ेगा, उन्हें फिर से दो लाख रुपए दिये जायेंगे. उन्होंने कहा कि एक बात मैं पूरी तरह से स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री थे, हैं और वही मुख्यमंत्री रहेंगे. 10 वीं फेल को महागठबंधन ने बनाया मुख्यमंत्री पद का दावेदार इस्लामपुर के चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए जदयू नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कई पढ़े लिखे नौजवानों को टिकट दिया है. इसमें इंजीनियर से लेकर दूसरे क्षेत्र के कई होनहार हैं. दूसरी ओर, महागठबंधन में जो 10वीं पास नहीं किया, उसे मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाया गया है. उन्होंने कहा कि इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य के विकास में 10वीं फेल का योगदान होगा कि पढ़े-लिखे इंजीनियर और डॉक्टर का बेहतर योगदान होगा.
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