हालांकि बीमारी की वजह से समारोह में खुद करुणानिधि शामिल नहीं हुए. करुणानिधि के संसदीय जीवन का 60 साल भी पूरा हुआ है. नीतीश कुमार ने करुणानिधि के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात भी की. नीतीश ने समारोह में कहा कि एम के स्टालिन के नेतृत्व में तमिलनाडु की अगली सरकार बनेगी. उन्होंने कहा, मैंने उनसे (स्टालिन से) कहा है कि वे अपने पिता एम करुणानिधि के शराबबंदी के वायदे को जरूर पूरा करें. कुमार ने डीएमके के 2016 विधानसभा चुनाव में जारी घोषणा पत्र की याद भी दिलायी, जिसमें सत्ता में आने पर पूर्ण शराबबंदी लागू करने का वायदा किया गया था. उन्होंने कहा, इससे सामाजिक न्याय आंदोलन को मजबूती मिलेगी.
नीतीश ने कहा कि बिहार में शराब बंदी से कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं. सड़क दुर्घटनाओं के मामले कम हुए हैं, ताकि घरेलू हिंसा और अपरराध की दर भी घटी है. समारोह में विपक्षी नेताओं की मौजूदगी पर नीतीश ने कहा कि यह राष्ट्रीय राजनीति में करुणानिधि के प्रभाव को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि हम सब अलग-अलग पार्टियों और देश के अलग-अलग हिस्सों से यहां आये हैं, जो करुणानिधि के भारतीय राजनीति पर पकड़ को साबित करता है. नीतीश ने मंडल कमीशन की सिफारिसों को लागू कराने में डीएमके प्रमुख की भूमिका को भी रेखांकित किया.