पटना : एक नये चैनल द्वारा कथित रूप से राजद नेता और पूर्व सांसद शहाबुद्दीन और लालू प्रसाद की टेलीफोन पर बातचीत का टेप सामने आने के बाद बिहार की राजनीति में खींचतान का माहौल पैदा हो गया है. राजनीतिक जानकारों की मानें तो इस प्रकरण से एक तरफ लालू समर्थक जहां उनके साथ मजबूती से खड़े हैं, वहीं टेप सामने आने के बाद बिहार की राजनीति में अब कई तरह के सवाल उठने शुरू हो गये हैं. जानकारों के मुताबिक क्या लालू प्रसाद के टेलीफोन और मोबाइल की बातचीत पर किसी की निगाहें हैं ? क्या लालू के हर एक्टिविटी पर निगाह रखी जा रही है ? इस तरह के सवाल जहां राजनीतिक हलकों में चल रहे हैं वहीं दूसरी ओर राजद के नेताओं के बयान भी इसी ओर इशारा कर रहे हैं. राजद नेता और सोनपुर से विधायक रामानुज प्रसाद ने मीडिया से कहा है कि लालू प्रसाद का फोन टेप हो रहा है, और यह गंभीर मामला है.
बिहार में राजनीतिक तूफान
इससे पूर्व वरिष्ठ और नामी पत्रकार की छत्रछाया में लांच हुए नये टीवी चैनल द्वारा पूर्व सांसद शहाबुद्दीन और लालू के कथित टेप का खुलासा किया गया. देखते-ही देखते वह टेप मीडिया में वायरल हो गया. उसके बाद से बिहार की राजनीति में बयानबाजी का दौर जारी है. इस मामले पर लालू परिवार की ओर से कोई भी बयान नहीं आया है. साथ ही राजद के नेता भी इस मसले पर कम बोल रहे हैं. मामले को लेकर लालू परिवार की ओर से किसी तरह का बयान नहीं आया है. हालांकि, मीडियाकर्मियों द्वारा यह प्रयास जारी है कि लालू की ओर से उनका पक्ष मीडिया के सामने आये.
सियासी हलचल तेज
इधर, टेप प्रकरण को लेकर राजद विधायक रामानुज प्रसाद ने विरोधियों पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राज्य में बड़े नेताओं की बातचीत का टेप हो रहा है. कौन टेप कर रहा है इसकी जांच होनी चाहिए. यह किसी व्यक्ति की निजता पर हमला है. यह जांच का विषय है कि किसने और कहां से इसको लीक किया. यह पूरा षड्यंत्र है. इस तरह का टेप रिकार्डिंग पहले भी हुआ है. राजद विधायक रामानुज प्रसाद के बयान का जीतन राम मांझी की पार्टी हम ने भी समर्थन किया है. हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने आरोप लगाया कि राजद ही नहीं, बल्कि विपक्षी दलों के नेताओं के टेलीफोन भी टेप किये जा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर उनके करीबी लोग टेलीफोन टेप करने में लगे हैं.
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