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लालू से मिले अपर महाधिवक्ता रणनीति बनाने में जुटा राजद
राजनीति. राजद सुप्रीमो के बचाव में उतरे शिवानंद तिवारी पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की बातचीत का कथित ऑडियो टेप वायरल होने के बाद बिहार की राजनीति गरमायी हुई है. रविवार को लालू प्रसाद अपने आवास पर इस मामले पर अपनी रणनीति तैयार करते रहे. इस मसले पर न तो […]
राजनीति. राजद सुप्रीमो के बचाव में उतरे शिवानंद तिवारी
पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की बातचीत का कथित ऑडियो टेप वायरल होने के बाद बिहार की राजनीति गरमायी हुई है. रविवार को लालू प्रसाद अपने आवास पर इस मामले पर अपनी रणनीति तैयार करते रहे. इस मसले पर न तो उनके द्वारा और न हीं उनके परिवार के किसी सदस्य ने बात की.
इधर रविवार सुबह से ही राजद प्रमुख लालू प्रसाद के आवास 10 सर्कुलर रोड पर कुछ चुनिंदा लोग मिलने पहुंचे. इसमें झारखंड के भाजपा नेता सरयू राय व पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी शामिल थे. वे सुबह नौ बजे लालू प्रसाद के आवास पर मिलने पहुंचे. अपर मुख्य महाधिवक्ता चितरंजन प्रसाद ने भी लालू प्रसाद से मुलाकात की. लालू प्रसाद का आवास रविवार को भी सामान्य कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए नहीं खुला. दिनभर वहां चंद मीडिया के लोगों को छोड़ कोई चहल-पहल नहीं दिखी. लालू प्रसाद से मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत में पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने कहा कि हर पार्टी के नेता जेल में बंद कैदियों से बातचीत करता हैं. लालू प्रसाद का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि टेप में दंगा रुकवाने की बात हो रही थी.
इसमें यह बात हो रही थी कि कहीं पत्थरबाजी चल रही है. उन्होंने दावा किया कि हर पार्टी के नेता के पास जेल से फोन आता है. अगर बिहार में कोई नेता यह कहे कि उनको जेल से फोन नहीं आता तो उससे बड़ा झूठा कोई नहीं हो सकता है. जेल से लोग बराबर फोन करते रहते हैं. उनको तो यहां तक जानकारी है कि जेल से तो जज साहब तक को फोन आती है. लालू प्रसाद से मिलने अपर महाधिवक्ता चितरंजन प्रसाद भी पहुंचे. बाहर आने के बाद उन्होंने बताया कि वकील व मुवक्किल के बीच हुई बातचीत नहीं बतायी जाती. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार का कुछ काम था जिस सिलसिले में उनसे बात हुई है
इधर टेप प्रकरण को लेकर राजद विधायक रामानुज प्रसाद भी सामने आये. उन्होंने कहा कि राज्य में बड़े नेताओं की बातचीत का टेप हो रहा है. कौन टेप कर रहा है इसकी जांच होनी चाहिए. यह किसी व्यक्ति की निजता पर हमला है. यह जांच का विषय है कि किसने और कहां से इसको लीक किया. यह पूरा षड्यंत्र है. इस तरह का टेप रिकार्डिंग पहले भी हुआ है.
राजद विधायक रामानुज प्रसाद के बयान का जीतन राम मांझी की पार्टी हम ने भी समर्थन किया है. हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने आरोप लगाया कि राजद ही नहीं, बल्कि विपक्षी दलों के नेताओं के टेलीफोन भी टेप किये जा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर उनके करीबी लोग टेलीफोन टेप करने में लगे हैं.
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