नयी दिल्ली : बिहार में भागलपुर के पास विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए केंद्र की ओर से 500 करोड़ रुपये आवंटित करने के एक साल से ज्यादा वक्त गुजर जाने के बाद भी यह परियोजना अटकी पड़ी है क्योंकि राज्य सरकार को अभी संस्थान के लिए उपयुक्त स्थल की जानकारी मुहैया करानी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल अगस्त में बिहार के लिए एक पैकेज का एलान किया था जिसमें भागलपुर के पास एक केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना करना भी शामिल है.
केंद्र ने इस विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए 500 करोड़ रुपये की राशि भी आवंटित कर दी थी जबकि राज्य सरकार से संस्थान के लिए करीब 500 एकड़ भूमि मुहैया कराने की उम्मीद की गयी थी.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई भाषा को बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों ने बिहार सरकार के संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर मांग की है कि विक्रमशिला विश्वविद्यालय के लिए भूमि मुहैया कराई जाए. बहरहाल, बिहार सरकार को अभी जमीन की जानकारी उपलब्ध करानी है.
सूत्रों ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक से ज्यादा बार बिहार सरकार को पत्र लिखकर याद दिलाया है कि प्रतिष्ठित संस्थान के लिए भूमि मुहैया की जाए. सूत्रों ने कहा कि जून में बिहार सरकार को मंत्रालय में उच्च शिक्षा सचिव वीएस ओबराय की ओर से लिखे गए पत्र में कहा गया था कि राज्य सरकार को तकरीबन 500 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने की जरुरत है.
सूत्रों ने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने छह सितंबर को एक अन्य चिट्ठी लिख कर विश्वविद्यालय के लिए जमीन की मांग की थी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए भूमि की मांग करने के लिए बिहार सरकार को बार बार स्मरणपत्र लिखने के बावजूद मानव संसाधन मंत्रालय को अभी उपयुक्त प्रतिक्रिया प्राप्त करनी है.” बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गयी लेकिन कामयाबी नहीं मिली.