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प्रकाश पर्व : सीएम नीतीश का आरोप, केंद्र ने नहीं दी सहायता
प्रकाश पर्व : छह वर्ष पहले ही लिखा था पत्र, रिमाइंडर भी भेजा पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की 350वीं जयंती पर प्रकाश पर्व (पांच जनवरी, 2017) के आयोजन में सहायता के लिए केंद्र सरकार ने […]
प्रकाश पर्व : छह वर्ष पहले ही लिखा था पत्र, रिमाइंडर भी भेजा
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की 350वीं जयंती पर प्रकाश पर्व (पांच जनवरी, 2017) के आयोजन में सहायता के लिए केंद्र सरकार ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखायी. राज्य सरकार ने पांच साल पहले ही केंद्र को प्रस्ताव दिया था और तत्कालीन प्रधानमंत्री डाॅ मनमोहन सिंह से मिल कर भी बात रखी गयी थी, लेकिन ठोस नतीजा नहीं निकला. इसके बाद राज्य सरकार ने खुद पहल शुरू की और अपने खर्च पर कई काम किये और कर रही है.
प्रकाश पर्व से पहले गुरुवार से शुरू हो रहे अंतराष्ट्रीय सिख सम्मेलन ( 22-24 सितंबर) को लेकर आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रेस काॅन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र को जो पत्र दिया गया था, उसका रिमाइंडर भी भेजा गया. साफ कहा गया था कि प्रकाशपर्व पर भव्य आयोजन होने जा रहा है. नांदेड़ साहिब की जिस प्रकार भव्य जयंती मनायी गयी थी, उसी तरह यहां गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की 350वीं मनाने के लिए केंद्र सरकार से सहयोग की मांग की गयी थी, लेकिन मदद नहीं मिली. वर्तमान केंद्र सरकार से बात करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि केंद्र में सरकार तो एक ही होती है. केंद्र की सत्ता जनता किसे सौंपती है, यह अलग बात है.
यही स्थिति राज्य सरकार की भी है. जो पत्र केंद्र को पांच साल पहले दिया गया, तो वह अगली सरकार में नष्ट थोड़े ही हो जायेगा, भले ही सरकार खत्म हो सकती है. सरकार बदल जाती है, तो कागज तो संबंधित विभाग में ही होता है. पेंडिंग रहता है, तो नयी सरकार उसे देखती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकाश पर्व को लेकर रेलवे सहयोग कर रही है. पटना साहिब स्टेशन को दुरुस्त किया जा रहा है और गंगा घाट तक जो लाइन जाती थी, वहां तक ट्रेन जायेगी. इसके लिए टर्मिनल बनाया जा रहा है.
रेलवे ने अन्य ट्रैकों को भी दुरुस्त किया है. प्रकाश पर्व को लेकर रेलवे स्टेशन पर भी सेंटर बनाये जायेंगे. प्रेस काॅन्फ्रेंस में पर्यटन मंत्री अनीता देवी, पूर्व मुख्य सचिव जीएस कंग, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, डीजीपी पीके ठाकुर, कैबिनेट सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, पर्यटन की प्रधान सचिव हरजोत कौर समेत अन्य मौजूद थे.
प्रकाश पर्व सफल बनाना हमारी ड्यूटी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें किसी से कोई चाहत नहीं है, न ही कोई मांग है. शिकायत की बात तो छोड़ ही दीजिए. किसी चीज का कोई गिला-शिकवा नहीं है. ऐसी चीजों में अब पड़ना ही नहीं चाहते हैं कि मदद क्यों नहीं मिली. मदद मिलती तो शहर और ज्यादा विकसित होता.
पैसा मिलता, तो अपनी विकास योजनाओं में डालते और विकसित करते. राज्य सरकार हाथ पर हाथ धरे तो बैठे नहीं रह सकती थी. गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का जन्म बिहार में हुआ है. प्रकाश पर्व को सफल बनाना हमारी ड्यूटी है और यहां आनेवाले लोगों को कोई कष्ट न हो, यह हमारा दायित्व है. प्रकाश पर्व से बिहार ही नहीं, पूरा देश प्रकाशित होगा. राज्य सरकार ने अपने खर्च पर पाथवे, घाटों का निर्माण, रेलवे, सड़क पुल का निर्माण कराया गया. सड़कों का चौड़ी करण, ड्रेनेज सिस्टम बेहतर किया गया.
बाइपास व कंगन घाट में भी बनेगी टेंट सिटी
नीतीश कुमार ने कहा कि प्रकाश पर्व पांच जनवरी को होगा, लेकिन 30 दिसंबर से 10 जनवरी तक इसे धूमधाम से मनाया जायेगा़ गांधी मैदान में बड़ा प्रकाश पर्व होगा. 20 हजार लोगों के बैठने और ठहरने का इंतजाम किया जायेगा. बाइपास के साथ-साथ कंगन घाट में टेंट सिटी बनाने की तैयारी की जा रही है. बाहर से आनेवाले वाहनों के लिए बाइपास में रखने की व्यवस्था की जायेगी. लोगों के आवागमन को देखते हुए सारी तैयारियां की जा रही हैं. क्राउड मैनेजमेंट के लिए भी लोग लगे हुए हैं. गुरुवारा के अंदर के आयोजन में भी सरकार सहयोग कर रही है, लेकिन बाहर की व्यवस्था पूरी सरकार की ओर से हो रही है.
पूरे बिहार में प्रकाशमय हो जायेगा वातावरण
उन्होंने कहा कि प्रकाश पर्व में पटना समेत पूरे बिहार में वातावरण प्रकाशमय हो जायेगा. यहां के रहनेवाले सभी भाग ले सकें, इसके लिए तीन दिनों की सरकारी छुट्टी भी होगी. बिहार में सिखों की आबादी कम है, लेकिन प्रकाश पर्व के लिए पूरा बिहार एक है. उन्होंने कहा कि देश की कुल आबादी का दो प्रतिशत भाग ही सिखों का है, लेकिन सेना में इनका योगदान 20 प्रतिशत है. हरित क्रांति में भी पंजाब-हरियाणा का योगदान बड़ा रहा है. बिहार में प्रकाश पर्व का न सिर्फ आयोजन अच्छा होगा , बल्कि इसका असर भी पड़ेगा.
बिहार में शांति व सद्भाव का वातावरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में शांति व सद्भाव का वातावरण है. इक्का-दुक्का कोई घटना घट जाये, लेकिन सालों से टकराव की कोई स्थिति नहीं है. लोगों के मन में अच्छी फिलिंग है. किसी राज्य की घटना तो विदेशों में चर्चा होती है. ऐसे में लड़ाई नहीं है. पड़ोस में रहने के बाद भी हमारी बात ही अलग है. किसी प्रकार का कोई विवाद होने पर तत्काल पहुंच कर शांति कायम करायी जाती है. उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के जीवन से संबंधित महत्वपूर्ण बातों को लोगों तक पहुंचाया जायेगा. इससे नयी पीढ़ी के लोग उन्हें जान सकें. लोगों को उनके कर्म और उपदेश को ठीक से समझने और उस पर चलने की कोशिश करने को कहा जायेगा.
देश और राज्य स्तर पर पहली बार अंतरराष्ट्रीय सिख सम्मेलन का आयोजन गुरुवार से होने जा रहा है, जो शनिवार तक चलेगा. इसमें देश- विदेश के 150-200 विद्वान शामिल होंगे. मुख्यमंत्री ने बताया कि सम्मेलन में गुरु गोविंद सिंह से जुड़े चार विषयों पर चर्चा की जायेगी.
आतंकियों के पनाहगारों पर हो ठोस कार्रवाई
पटना. मुख्यमंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने व आतंकियों को पनाह देनेवालों के खिलाफ वातावरण बनाने के लिए केंद्र सरकार से अपील की है. प्रेस काॅन्फ्रेंस के बाद उन्होंने कहा, पाकिस्तान और आतंकवाद के मसले पर देश में एकजुटता हो.
सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप नहीं होनी चाहिए. जम्मू-कश्मीर में जो कुछ होता है, उसमें आपसी सहमति रहनी चाहिए. केंद्र सरकार को उसमें कार्रवाई करनी चाहिए. केंद्र जो भी रवैया अपनाये, उसमें उसका समर्थन किया जायेगा. आतंकवाद को प्रश्रय देने के लिए पाकिस्तान जो कुछ हो रहा है, इसे कौन नहीं जानता. इस मसले पर हम केंद्र सरकार के हम साथ है. बयानबाजी नहीं होनी चाहिए. यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मसला है. पूरी दुनिया जान रही है कि कहां से आंतकी कार्रवाई की जा रही है.
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