भागलपुर : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी लागू करने में लापरवाही करने वाले अधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई को आज फिर दोहराते हुए कहा कि जिस थाना अध्यक्ष के इलाके में शराबबंदी को लेकर गड़बड़ी पायी जायेगी उनकी अगले दस साल तक थाने में तैनाती नहीं की जायेगी. यहां एक मद्य निषेध कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए नीतीश ने कहा कि शराबबंदी लागू करने में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
10 साल तक थाने में पोस्टिंग नहीं
जिस थानाध्यक्ष के इलाके में गड़बड़ी पायी जाती है तो उनकी अगले दस साल तक थाना में तैनाती नहीं की जायेगी. शराबबंदी में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के योगदान के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल जुलाई महीने में पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित महिलाओं के स्वयं सहायता समूह का कार्यक्रम के दौरान स्वयं सहायता समूह की कुछ महिलाओं द्वारा शराबबंदी की मांग की गयी, जिस पर हमने कहा कि अगली बार सरकार में आने पर शराबबंदी लागू की जायेगी. उन्होंने कहा कि गत 20 नवम्बर को शपथ ग्रहण के पश्चात 26 नवम्बर को मद्य निषेध दिवस के अवसर पर आयोजित सार्वजनिक कार्यक्रम में हमने एक अप्रैल 2016 से शराबबंदी लागू करने और इसके लिये नई उत्पाद नीति लाने की घोषणा की थी.
शराबबंदी नारी शक्ति की जीत
बिहार के लागू की गयी पूर्ण शराबबंदी तथा इसके लिए बनाए गये कानून के बारे में हुए जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश ने सभा में मौजूद जीविका स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से कहा कि इसे लागू करवाने में आपका अहम सहयोग मिला है. जिस तरह का जन अभियान चलाया गया उससे शराबबंदी के पक्ष में एक माहौल का निर्माण हुआ. उन्होंने जीविका समूह की महिलाओं से कहा कि यह आपकी जीत है नारी शक्ति की जीत है.
महिलाओं के साथ सरकार है
मुख्यमंत्री ने सभा में मौजूद महिलाओं से कहा कि अवैध शराब के कारोबार, बिक्री और उपभोग से संबंधित जानकारी तो आपसे ही मिलेगी.आपके पास जो सूचना है उसे दीजिये. इसके लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित कर नंबर भी जारी किया गया है. प्राप्त शिकायतों पर अविलंब कार्रवाई की जायेगी. अवैध शराब बनाने वालों के भट्ठियों को तोड़ दीजिये, चिंता मत कीजिये सरकार आपके साथ खडी है.
शराबबंदी एक सामाजिक आंदोलन
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग हमेशा मानते रहते हैं कि अच्छा कार्य या आन्दोलन विफल हो जाये. उन्हें बोलने दीजिये, शराबबंदी एक सामाजिक आन्दोलन है जो समाज में परिवर्तन लायेगा. नीतीश ने कहा कि शराबबंदी से लोगों का करोड़ों रुपये बचेगा जिसे वे अन्य क्षेत्र में खर्च करेंगे जिससे अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. उन्होंने कहा कि अगर शराबबंदी बिहार में लागू हुई है तो झारखंड में क्यों नहीं. उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश, उडीसा में क्यों नहीं, पूरे भारत में क्यों नहीं. आने वाले दिनों में यह नारा लगेगा.

