पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में करीब छह घंटे में 826 लोगों की फरियादें सुनीं और उनका समाधान किया. जनता के दरबार में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत कई मंत्री पहली बार पहुंचे.
हालांकि, स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव और शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी नजर नहीं आये. उनके विभागों के अधिकारी ही फरियादियों की समस्याओं का समाधान करते दिखे. वहीं, कुछ मंत्री तो जनता दरबार खत्म होने से पहले ही निकल गये. 1, अणे मार्ग में आयोजित जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में 150 महिलाएं शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण एससी-एसटी समेत अन्य विभागों से जुड़ी समस्याओं को लेकर पहुंचीं. मुख्यमंत्री ने सभी के आवेदन देखे और उसे संबंधित विभाग के अधिकारियों को उसके समाधान का निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री ने शारीरिक रूप से नि:शक्त फरियादियों से उनके पास जाकर मिले. वहीं, कई मामलों में तो फरियादियों के सामने ही संबंधित विभागों के अधिकारियों को बुलाया और समयसीमा के अंदर उनके मामलों का निबटारा करने को कहा. मुख्यमंत्री के अलावा उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री संतोष कुमार निराला, विज्ञान व प्रावैधिकी मंत्री जय कुमार सिंह, श्रम संसाधन मंत्री विजय प्रकाश, कला- संस्कृति मंत्री शिवचंद्र राम पहुंचे, लेकिन जनता दरबार खत्म होने से पहले ही उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, मंत्री विजय प्रकाश व शिवचंद्र राम वहां से निकल गये.
मंजू वर्मा, जय कुमार सिंह व संतोष कुमार निराला सुबह 10:30 से शाम 4:20 मिनट तक चले जनता के दरबार में मुख्यमंत्री के साथ मौजूद रहे. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव और शिक्षा सह सूचना प्रावैधिकी मंत्री अशोक चौधरी, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अब्दुल गफुर जनता दरबार में नहीं पहुंचे. पहली बार जनता के दरबार में पहुंचे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सभी का ध्यान भी अपनी ओर खिंचा.
उपमुख्यमंत्री होने के नाते उनसे भी जनता दरबार लगाने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि अलग से जनता दरबार लगाने की क्या आवश्यकता है. जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम होता ही है. घर पर और विभागों में भी लोग अपने समस्या लेकर आते हैं, उनका समाधान हो जाता है.
करीब सभी जिलों से आये फरियादियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सामान्य प्रशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा व अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, विज्ञान व प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी, कला, संस्कृति व युवा और श्रम संसाधन विभाग से जुड़ी शिकायतें कीं.
