पटना/पटनासिटी : अगमकुआं थाना क्षेत्र के कुम्हरार में केयर हॉस्पिटल के सर्जन डाॅ सुनील कुमार को स्पीड पोस्ट से आये दो करोड़ की धमकी भरे पत्र होमगार्ड के जवान अशोक कुमार यादव (गृह रक्षा वाहिनी के सहायक कमांडर का चालक) को फंसाने की नीयत से भेजे गये थे. पुलिस को अपने अनुसंधान में इस दिशा में सफलता मिली है और इसी तरह के संकेत मिले हैं. पुलिस ने अशोक के चचेरे भाई लाल मोहन को बिहटा में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. रविवार की शाम उसे पुलिस अगमकुआं थाना ले आयी, जहां पूछताछ की जा रही है. हालांकि वह अपनी संलिप्तता से इनकार कर रहा है.
पुलिस ने अशोक से भी पूछताछ की तो वह शुरू से ही यह बात कह रहा है कि उसने ऐसा कुछ नहीं किया है. वह अपने फोटोग्राफ व हैंड राइटिंग में क्यों किसी को धमकी देगा और रंगदारी मांगेगा. उसने पुलिस को यह भी बताया कि चार साल पहले भी छज्जेे को लेकर हुए विवाद को लेकर उसके चचेर भाई लाल मोहन ने उसे फंसाने के लिए इस तरह की हरकत की थी. बुधवार को मामला प्रकाश में आने के बाद से ही होमगार्ड जवान से पुलिस ने पूछताछ की थी तो उसने इनकार कर दिया था और यह भी जानकारी दी थी कि उसे जहां बुलाया जायेगा, वह खुद चला आयेगा. डीआइजी सेंट्रल शालीन ने बताया कि होमगार्ड के जवान की दी गयी जानकारी पर उसके एक रिश्तेदार से पूछताछ की जा रही है. लेकिन वह इनकार कर रहा है. अभी तक यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किसने इस घटना को अंजाम दिया है.
मामले की हो रही है जांच : मुख्यमंत्री
पटना के कुम्हरार के सर्जन डॉ. सुनील कुमार से रंगदारी मांगने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने भी अखबार में पढ़ा है. तत्काल डीजीपी पी.के. ठाकुर से बात की है. स्पीड पोस्ट से रंगदारी की मांग की गयी है. इसके सभी पहलुओं की जांच हो रही है. कभी कोई मैसेज भेजकर, कभी स्पीड पोस्ट से रंगदारी की मांग की जा रही है. उन्होंने कहा कि सभी पहलुओं की पुलिस जांच कर रही है. तथ्य को पुलिस जरूर उजागर करेगी और वास्तविकता लोगों के सामने लायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत ज्यादा चिंता करने का प्रश्न नहीं है. बहुत तरह के लोग समाज में रहते हैं अौर बहुत तरह की गतिविधियां करते हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस किसी भी बात को नजरअंदाज नहीं करती है.
क्या है मामला
बीते बुधवार को स्पीड पोस्ट से एक धमकी भरा पत्र डॉ सुनील कुमार को मिला था, जिसमें पत्र के साथ धमकी देने वाले ने अपना फोटो भी लगा रखा था. पत्र मिलने के बाद डॉक्टर ने इसकी सूचना गुरुवार को अगमकुआं थाना व आइएमए को दी थी. इसके आलोक में पुलिस ने कार्रवाई आरंभ की है.
एफएसएल की टीम कर रही हैंड राइटिंग की जांच
इस तरह का मामला सामने आने के बाद एफएसएल की टीम हैंड राइटिंग की जांच कर रही है. होमगार्ड जवान से भी फिर से लिखवाया गया है और मिलान किया जा रहा है. हालांकि अभी कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया है. इसके साथ ही पकड़े गये लालमोहन की हैंड राइटिंग का भी पत्र से मिलान किया जा रहा है.
क्या है धमकी भरे पत्र में
अगमकुआं थाना क्षेत्र के कुम्हरार में केयर हॉस्पिटल के सर्जन डॉ सुनील से स्पीड पोस्ट से पत्र भेज कर मांगी गयी दो करोड़ रुपये की रंगदारी मामले में रंगदार ने अपना नाम अशोक कुमार यादव व खुद को मोकामा विधायक अनंत सिंह का शूटर बताया है. उसमें कहा गया है कि पत्र मिल ने के एक सप्ताह के अंदर सारा पैसा प्रशिक्षण संस्थान बिहार गृह रक्षा वाहिनी बिहटा के पास आकर पहुंचा दें. पत्र में यह भी सलाह दी गयी है कि अगर दो करोड़ से कम देना है, तो मेरे विधायक जी से जेल में संपर्क पर इस कागज पर लिखवा लिजिएगा कि कितना देना है.
उठवा लेने की धमकी
पत्र में यह भी कहा गया है कि डॉक्टर साहब रुपया नहीं मिला, तो इनोवा गाड़ी सहित फोर लेन पटना से उठवा लेंगे. तब आपसे पांच करोड़ रुपये लेंगे. इसलिए अच्छा होगा कि अभी मात्र दो करोड़ रुपये दे दीजिए. इसके पहले भी कई और डॉक्टर ने रुपये पहुंचाये हैं. यह बात पुलिस को पता नहीं चलनी चाहिए, नहीं तो अंजाम बुरा होगा.
उठते सवाल
1- डॉक्टर को स्पीड पोस्ट से धमकी भरा पत्र मिला था. पत्र में धमकी देनेवाले ने अपना फोटो भी लगा रखा था. कोई फोटो के साथ ऐसा पत्र क्यों लिखेगा.
2- अपनी हैंडराइटिंग से कोई रंगदारी क्यों मांगेगा.
3- धमकी भेजने वाले व्यक्ति का कोई क्राइम रेकाॅर्ड नहीं है.
इधर डॉक्टर से मांगी 10 लाख की रंगदारी
बरौली: गोपालगंज के बरौली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ देवकांत से अपराधियों ने फोन पर 10 लाख की रंगदारी मांगी है. रंगदारी की राशि नहीं देने पर अपराधियों ने तीन साल की बेटी को अगवा करने की धमकी दी
है. चिकित्सक ने बरौली थाने में शिकायत दर्ज करायी है. सीवान जिले के कागजी मुहल्ले के रहनेवाले डॉ देवकांत बरौली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पिछले दो साल से कार्यरत हैं. रविवार को अपराधियों ने मोबाइल पर
एक नंबर से पहले मिस कॉल किया. बाद में करीब 25 बार से अधिक फोन कर 10 लाख की रंगदारी राशि की मांग की गयी.