पटना : विधानसभा चुनाव में जीत के बाद लालू प्रसाद ने अपने समर्थकों के नाम पत्र जारी कर सभी आशंकाओं को निर्मुल करने की कोशिश की है. फेसबुक पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा है कि आपके समर्पण व सहयोग और जनता जनार्दन के असीम स्नेह के कारण एक बार फिर जनता की सरकार वापस आयी है. हमें जनता ने जो जनाधार दिया है उसके साथ बहुत सारी जिम्मे वारियां मिली हैं. विजयी होने पर खुशी मनाना उचित है, पर खुशी को दंभ में नहीं बदलने देना है.
उन्होंने कहा है कि दो चार दिन की खुशी मनाने के बाद अब अपने कर्तव्यों के निर्वहन में जुट जाना है. विभिन्न स्वार्थों के कारण जिस तरह की छवि हम पर मढ़ी गयी, उसे गलत साबित करने का वक्त आ गया है. उन्हाेंने कहा है कि जो पेड़ फलों से लदा होता है, वही झुकता है. लोकतंत्र में जनता की सेवा में नतमस्तक हो जाने
में ही बड़प्पन है. लालू ने कहा है कि ठूंठ पेड़ अकेला अकड़ा रह जाता है. फल तो क्या पत्ते तक उसका साथ छोड़ देते हैं. यह संघर्ष का समय है. सेवा का समय है. यह समर्पण का समय है.
राजदसुप्रीमो ने कहा कि किसी प्रकार का कोई भ्रम ना पाले कि कानून व विधि व्यवस्था का उल्लंघन करके किसी का धौंस दिखाकर बच सकता है. नि:संदेह प्रारंभ नया है पर कोशिश ईमानदार होनी चाहिए. चहुमुंखी विकास और आर्थिक न्याय का दौर है.
जनता आपको हमेशा अपने बीच ही महसूस करे :
सभी विधायक और कार्यकर्ता अपने अपने क्षेत्र में एक ऐसी संरचना अथवा तंत्र की स्थापना करें कि जनता आपको हमेशा अपने बीच ही महसूस करे. उन्होंने कहा है कि कोई इस मुगालते में ना रहें कि किसी राजनैतिक विचारधारा, सत्तासीन दल या किसी जाति विशेष से संम्बंध रखने के कारण वे कानून का उल्लंघन करके बच सकते हैं या उनपर कार्रवाई में किसी प्रकार की कोताही या ढिलाई बरती जायेगी. किसी नेता या अधिकारी के आगे पीछे परिक्रमा करने वाले हों या आम जनता, अपराध होने की स्थिति में किसी को बख्शा नहीं जायेगा. जनता ने काम करने के लिए हमें चुना है और यह हमारा सौभाग्य होगा अगर हम उनकी उम्मीदों पर पूरी तरह खड़ा उतर पायेंगे.