पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह के मंच पर लालू प्रसाद यादव और केजरीवाल का मिलने का मामला सियासी गलियारों में तूल पकड़ता जा रहा है. केजरीवाल ने जैसे ही इस मामले में सफाई दी है. उसके बाद प्रदेश राजद के नेता भी सामने आ गए हैं. इतना ही राजद नेताओं का मानना है कि केजरीवाल इस तरह की बयानबाजी कर बिहार का अपमान कर रहे हैं.
राजद नेताओं ने कहा है कि अतिथियों को गले लगाना हमार संस्कार है. अरविंद केजरीवाल के द्वारा दिया गया यह बयान कि लालू प्रसाद उनसे जबरदस्ती गले मिले हैं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि केजरीवाल हमारे मेहमान थे और उन्हें हमने सम्मान दिया. यह हमारा हमारा संस्कार है. प्रदेश राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन, मीडिया प्रभारी प्रगति मेहता एवं प्रदेश महासचिव अरुण कुमार ने कहा कि बिहार के लोगों के दरवाजे पर अगर विरोधी भी आ जाते हैं तो हम उन्हें गले लगा लेते हैं. लालू प्रसाद ने हमारी संस्कृति एवं लोकतांत्रिक मर्यादाओं का निर्वहन किया है. शिष्टाचारवश उन्हें गले लगाया था. जिसे जो समझना है वो समझे. नेताओं ने कहा कि लालू प्रसाद बिहार के ही नहीं पूरे देश के गरीबों, पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों के जन नेता हैं. यह विधानसभा चुनाव इस पर मुहर लगा दिया है.
राजद के प्रवक्ता मनोज झा का कहना है कि केजरीवाल को पहले से पता था कि उन्हें किस कार्यक्रम में बुलाया गया है.मनोज झा ने कहा कि केजरीवाल को किसी वरिष्ठ नेता के बारे में इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए. उन्हें अपना बयान वापस लेना चाहिए. मनोज झा ने केजरीवाल पर मोदी की तरह व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह लालू यादव के खिलाफ बयान देकर बिहार का अपमान कर रहे हैं. गौरतलब हो कि 20 नवंबर को शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल और लालू यादव की गले मिलने वाली तस्वीरें चर्चा का विषय बनी थीं. उसके बाद केजरीवाल ने इसपर अपनी सफाई भी दी थी.