चंडीगढ : हरियाणा के वरिष्ठ मंत्री अनिल विज ने बिहार चुनाव के परिणाम को देश के लिए ‘अशुभ’ बताते हुएमंगलवार को दावा किया कि पूर्वी राज्य में देश की एकता, अखंडता और विकास पर जाति आधारित राजनीति की जीत हुई है. हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री और अंबाला छावनी से पांच बार विधायक चुने गये विज ने ट्वीट किया, ‘‘बिहार चुनाव में जातिवादी राजनीति जीत गयी और एकता, अखंडता , विकास हार गये. देश के लिये बहुत अशुभ है. सावधान.
विज ने कहा कि जदयू, राजद और कांग्रेस के ‘महागंठबंधन’ ने बिहार विधानसभा चुनाव में दो तिहाई बहुमत हासिल करके भाजपा नीत राजग के खिलाफ शानदार जीत हासिल की. इसके साथ ही नीतीश कुमार को उस चुनावी जंग में जीत के बाद तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने का अवसर मिलेगा, जिसमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत के लिये भरसक कोशिश की थी.
गौर हो कि नवगठित जदयू-राजद-कांग्रेस गठबंधन ने 243 सदस्यीय सदन में 178 सीटों पर जीत दर्ज की थी. राजद ने बिहार के राजनीतिक मंच पर शानदार वापसी की और 80 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि जदयू ने 71 सीटों पर जीत प्राप्त की. कांग्रेस ने भी 41 में से 27 सीटों पर जीत दर्ज की. अपने खरे ट्वीट और मुखर स्वभाव के लिए जाने जाने वाले विज के कारण सरकार और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को कई मौकों पर शर्मिंदगी झेलनी पड़ी है.
हाल में विज ने केंद्र से गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने को कहा था और यह जानने के लिए ऑनलाइन मतदान भी शुरु किया था कि क्या रॉयल बंगाल टाइगर की जगह गाय को राष्ट्रीय पशु बनाया जाना चाहिए या नहीं. उन्होंने तर्क भी दिया था कि गाय को संरक्षण की आवश्यकता है क्योंकि बाघ अपनी रक्षा स्वयं कर सकता है.
वहीं, मंत्री ने राज्य की ‘बेटी बचाओ-बेटी पढाओ’ मुहिम के लिए बॉलीवुड अभिनेत्री परिणीति चोपडा को ब्रांड एंबेसेडर नियुक्त किए जाने का फैसला उन्हें दरकिनार करके लिए जाने पर जुलाई में ट्विटर के जरिए अपनी नाराजगी जताई थी. उन्होंने ट्वीट किया था, बेटी बचाओ कार्यक्रम के लिए किसी को मेरे विभाग का ब्रांड एंबेसेडर बनाये जाने के संबंध में मेरे पास कोई सूचना नहीं है. विज ने इस वर्ष फरवरी में एक अन्य ट्वीट में कहा था, ‘‘मेरे विभागों में काफी दिलचस्पी लेने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद. मैं राहत महसूस कर रहा हूं.” मंत्री उनके विभाग में ‘‘दिलचस्पी” दिखाने के कारण स्पष्ट रुप से खट्टर से नाराज थे.