पटना: राजधानी के कंकड़बाग थाने के अशोक नगर रोड संख्या पांच में रहने वाले व्यवसायी सत्येंद्र नारायण सिंह के इकलौते बेटे रौशन (25) की उसकी ही पत्नी राबड़ी कुमारी ने गला दबा कर हत्या कर दिया. यह घटना सोमवार की देर रात हुई और घटना की जानकारी परिजनों को मंगलवार की सुबह आठ बजे हुई. जब दोनों साढ़े सात बजे तक सो कर नहीं उठे तो रौशन के पिता सत्येंद्र नारायण सिंह व माता दरवाजा खोलने के लिए खटखटाने लगी. लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला. इस तरह की घटना हो गयी थी जिसके कारण राबड़ी कुमारी दरवाजा नहीं खोल रही थी. काफी मशक्कत के बाद राबड़ी ने दरवाजा को खोला और अंदर गये तो अचंभित हो गये. रौशन अचेतावस्था में बिस्तर पर पड़ा था और उसके गले में काला निशान था.
इसके बाद किसी तरह रौशन को कंकड़बाग के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. रौशन सत्येंद्र नारायण सिंह का इकलौता बेटा था और गूंगा के साथ ही बहरा भी था. वह काफी कम सुनता था. रौशन स्नातक में अंतिम वर्ष का छात्र था. इधर, घटना की जानकारी मिलने पर सदर डीएसपी रमाकांत प्रसाद व कंकड़बाग थाना पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची और अनुसंधान के क्रम में पाया कि रौशन की गला दबा कर हत्या की गयी है. इसके बाद सत्येंद्र नारायण सिंह के बयान के आधार पर कंकड़बाग थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर पत्नी राबड़ी कुमारी को गिरफ्तार कर लिया और जेल भेज दिया. सदर डीएसपी रमाकांत प्रसाद ने बताया कि गला दबा कर हत्या की गयी है, क्योंकि गले पर निशान है. इसके साथ ही कंकड़बाग थाने में प्राथमिकी दर्ज कर पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पति नहीं था पसंद, हमेशा होती थी बकझक
पंडारक के पैनाचक के स्व. नागेंद्र सिंह की बेटी राबड़ी कुमारी की शादी इसी साल 24 मई को सत्येंद्र नारायण सिंह के इकलौते बेटे रौशन से हुई थी. राबड़ी के पिता की मृत्यु के कारण घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी और राबड़ी पांच बहन है. लेकिन सत्येंद्र सिंह का परिवार आर्थिक रूप से संपन्न है. सूत्रों के अनुसार शादी के बाद राबड़ी को इस बात की जानकारी मिली थी कि उसका पति गूंगा व बहरा है. इसके बाद वह शादी के बाद ही अपने मायके चली गयी. इधर तीन दिन पहले ही काफी मान-मनौव्वल के बाद वह ससुराल में आयी. लेकिन वह संतुष्ट नहीं थी और इस बात को लेकर वह काफी हंगामा भी करती थी. सोमवार को सत्येंद्र नारायण सिंह, उनकी पत्नी अपने-अपने कमरे में सोने चले गये. रौशन व राबड़ी कुमारी भी कमरे में चली गयी और इसी दौरान संभवत: जब रौशन सो गया तो घटना को अंजाम दिया गया.