पटना,मुजफ्फरपुर:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेषकर बिजली को लेकर सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधे जाने पर आज नीतीश कुमार ने उसका जवाब देते हुए कहा कि अगर हमने बिजली के सुधार के लिए कुछ नहीं किया है तो इस बार बिजली मुद्दे पर ही चुनाव हो जाए.नीतीश कुमार ने कहा कि यहां कि जनता जानती है कि बिजली में कितनी स्थिति सुधरी है. यही कारण है कि बिजली के बारे में जब वह वहां बोल रहे थे तो उन्हें कोई रिसपांस नहीं मिल रहा था.
उन्होंने 2012 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बिजली को लेकर अपने किये गये वादे का फुटेज भी दिखाया जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर वह बिजली की स्थिति में सुधार नहीं कर पाएंगे तो 2015 के चुनाव में वोट मांगने नहीं आएंगे. नीतीश कुमार ने कहा कि आज जिला मुख्यालयों में 20-24 घंटे तक बिजली रहती है. गांवों में भी कम-से-कम 14 घंटे तक बिजली रहती है. आज राज्य में बिजली की प्रति व्यक्ति खपत भी 73 से बढकर 203 यूनिट हो गयी है. ऐसे में मोदी जी कहते हैं कि बिजली में कोई सुधार नहीं हुआ है. अगर ऐसा है तो वह बिजली को ही चुनाव मुद्दा बनाकर इस बार चुनाव लडें. उन्होंने कहा कि बिजली से तो मोदी जी को ही सबसे ज्यादा फायदा हुआ. चुनाव के दौरान बिजली के कारण दूर-दूर के गांवों तक भी टीवी के माध्यम से उनका प्रचार हुआ.
नीतीश ने कहा कि देश की जनता ने तो उनको देश की सेवा करने का मौका दे ही दिया है . उनको बिहार की जनता ने तो बिहार से भी अधिक से अधिक सीट देकर सेवा करने का मौका दे दिया तो फिर वो सेवा करने का मौका क्या मांग रहे हैं. पीएम रहते हुए वे बिहार के मुख्यमंत्री के रुप में अतिरिक्त प्रभार चाहते हैं क्या? उन्होंने कहा कि अब चुनाव आया तो उन्हें बिहार याद आ रहा है.
जार्ज फर्नांडीस के बारे में चर्चा किये जाने पर उन्होंने मोदी पर कड़ा हमला किया. उन्होंने कहा कि हमसे जार्ज फर्नांडीस के बारे में पूछने वाले पहले आडवाणी, जोशी और जसवंत सिंह के बारे में बताए. भाजपा के तीन धरोहर अटल, आडवाणी मुरली मनोहर का नारा कहां गया. उन्होंने कहा कि आज आडवाणी को कहां बैठा दिया गया है यह सबको पता है.
इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मुजफ्फरपुर की परिवर्तन रैली में बिहार के सीएम नीतीश कुमार और लालू यादव पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि नीतीश ने बिहार की जनता के साथ धोखा किया है. उन्होंने कहा कि नीतीश बिहार को फिर जंगल राज की ओर ला रहे हैं. अगर आप लोगों को जंगल राज से मुक्ति चाहिए तो एनडीए को एक बार सेवा का मौका दीजिए. उन्होंने कहा कि जनता शपथ ले कि बिहार में दुबारा जंगल राज आने नहीं देंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने यहां लालू पर निशाना साधते हुए यहां की जनता से आरजेडी का मतलब बताया. उन्होंने कहा कि आरजेडी का मतलब है ‘रोजाना जंगलराज का डर’.
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के पास देश को बदलने की ताकत है. नीतिीश के बिजली वाले बयान पर भी हमला बोला. कहा आपको याद होगा कि नीतीश ने कहा था कि अगर मैं जनता को बिजली नहीं दिया तो वोट मांगने नहीं आउंगा. बिजली तो नहीं आया पर वोट मांगने आ गये.उन्होंने कहा कि अगर हमारी सरकार यहां बनती है तो मैं वायदा करता हूं कि मैं 24 घंटे बिजली दूंगा.
सांप और जहर वाले मामले में हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बिहार की जनता को इससे कोई मतलब नहीं है कि कौन सांप है और कौन जहर है. जिनको जहर पीना है वो जहर पीये लेकिन बिहार की जनता को तो पानी से मतलब है. उसे पीने के लिए पानी चाहिए. उन्हें बिजली चाहिए, उन्हें अच्छी सड़कें चाहिए.
उन्होंने लोगों से दो तिहाई बहुमत से एनडीए की सरकार बनाने की अपील की. उन्होंने लोगों से एक उदाहरण स्वरुप पूछा कि ट्रैक्टर एक इंजन से ज्यादा अच्छी तरह चलेगी या फिर दो इंजन से? पीएम मोदी ने लोगों से दो इंजन का जवाब आने पर कहा कि आपसबों ने दिल्ली में तो एक इंजन दे दिया अब बिहार में भी एक इंजन दे दिजिए. फिर देखिए बिहार की गाडी कितनी तेजी से चलेगी.
उधर लालू यादव ने मोदी के हमले पर पलटवार किया. लालू यादव ने कहा कि पीएम मोदी को कहना चाहिए की अच्छे दिन कैसे और कब आयेंगे. उसका तो उन्होंने कोई जिक्र किया नहीं. लालू ने कहा कि मोदी के आने के पहले उनके कार्यकर्ता ढिंढोरा पीट रहे थे कि मोदी जी बिहार को एक बडी सौगात देने आ रहे हैं. लेकिन वे सौगात देने नहीं सौगात लेने आये थे. वोट का सौगात. उन्होंने काले धन को लेकर भी मोदी पर निशाना साथा. लालू ने कहा कि चुनाव के समय जनता से झूठा वादा किये कि हम स्विस बैंक से 26 लाख करोड का काला धन लाकर देश के सभी जनता के खाते में 15-15 लाख रुपया जमा करा देंगे लेकिन उसका क्या हुआ. उन्होंने कहा कि दो लाख लोगों को रोजगार देने का उनका वादा भी कहां गया. लालू ने सीधे-सीधे कहा कि मोदी जी आप लोगों को उल्लू मत बनाइए. यहां की जनता बेवकूफ नहीं है. उसने आरजेडी को रोजाना जंगलराज का डर कहे जाने पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा मतलब है ‘भारत जलाओ पार्टी’. लालू ने यह भी कहा कि छोटे मोदी का असर बडे मोदी पर हो गया है.
वहीं, बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ अशोक चौधरी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी का बिहार आगमन एक बार फिर छलावा साबित हुआ. पीएम ने कोई विशेष घोषणा नहीं की. भाजपा के नेता पूरे राज्य में कोने-कोने जा कर प्रचारित करते रहे कि पीएम नरेंद्र मोदी बिहार को बड़ी सौगात देंगे. पीएम ने कोई विशेष घोषणा नहीं कर ‘खोदा पहाड़ निकली चुहिया’ वाली कहावत का चरितार्थ किया. उन्होंने कहा कि वेटनरी कॉलेज प्रांगण से आइआइटी पटना के परिसर का उद्घाटन, दनियावां-बिहारशरीफ नयी रेल लाइन का उद्घाटन यूपीए सरकार द्वारा बिहार को दिया हुआ तोहफा था. जिसका पीएम ने उद्घाटन कर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं.
जबकि भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल ने नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे पर अपनी प्रतिक्रिया में देते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव को लेकर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर जनता को लोक-लुभावन वायदे कर लौट गये. उन्हें किसी मुगालते में नहीं रहना चाहिए. बिहार की जनता अबकी बार उनके झांसे में नहीं आने वाली है. उन्होंने कहा कि पीएम युवाओं को रोजगार से जोड़ने की बड़ी-बड़ी बातें कह गये, यदि युवाओं को रोजगार देने को लेकर प्रधानमंत्री चिंतित हैं, तो वे ठेका आधारित रोजगार की प्रथा को खत्म कर स्थाई बहाली पर अमल क्यों नहीं कर रहें? भाजपा की नीति पर चलने वाली सरकारें भी इसी ठेका नीति पर चल रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज होने वाली परिवर्तन रैली को लेकर चक्कर मैदान को भारी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया है. भारी संख्या में यहां युवा भी पहुंच गये है. नरेंद्र मोदी को पास से देखने के लिए युवा व पार्टी कार्यकर्ता मंच के समीप जाने का प्रयास करते दिखे. इसी दौरान बैठने के स्थान को लेकर सभी आपस में भिड़ गये. इतना ही हंगामे के बीच सभी एक दूसरे पर कुर्सियां भी फेंकने लगे. बाद में सुरक्षा कर्मियों व पार्टी नेताओं के प्रयासों से हंगामा को शांत कराया गया. सभा स्थल पर पीएम मोदी के संबोधन के पहले जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि केंद्र व राज्य के बीच की दूरी खत्म किया जाना चाहिए.
वहीं, सूबे के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश न पहले लालू प्रसाद को, फिर भाजपा को और अब जीतनराम मांझी को धोखा दिया है. उधर, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने नीतीश को अहंकारी बताते हुए कहा कि मैं स्वीकार करता हूं कि मैं विभीषण हूं. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि विकास का दावा करने वाले नीतीश के राज में आज भी बिहार के लोग बाहर जाकर अपनी जीविका चलाने को मजबूर है.