पटना : सूबे के सार्वजनिक बैंकों के 30 हजार कर्मचारी और अधिकारी शुक्रवार व शनिवार को हड़ताल पर रहेंगे. इसके कारण बैंकों में दो दिनों तक ताले लटके रहेंगे. रविवार को छुट्टी रहने से बैंक लगातार तीन दिनों तक बंद रहेंगे. हालांकि निजी, सहकारी और ग्रामीण बैंक खुले रहेंगे. हड़ताल के कारण सूबे में लगभग 3500 करोड़ रुपये का लेन-देन बाधित होने की आशंका है.
बैंकों के नौ यूनियनों का शीर्ष संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (एफबीइयू) के संयोजक संजय कुमार सिंह ने गुरुवार को स्टेट बैंक के स्थानीय प्रधान कार्यालय परिसर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि आइबीए और यू एफबीइयू की वार्ता विफल हो गयी है. उन्होंने बताया कि लंबित मांगों को लेकर 37 बार बैठक हो चुकी हैं. एआइबीओसी के महासचिव अजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि 1977 तक बैंक अधिकारी का वेतन 760 रुपये और आइएएस अफसर का वेतन 700 रुपये था. संवाददाता सम्मेलन में बीएफएफआइ के महासचिव जेपी दीक्षित, आइएनइीओसी के महासचिव आरके चटर्जी, आलम हुसैन आदि मौजूद थे.
यूनियनों की मांगें
वेतन में 20% की वृद्धि की जाये.
सप्ताह में पांच दिन ही काम हो.
बेसिक पे में स्पेशल भत्ते मर्ज हो.
एनपीएस को खत्म किया जाये.
परिवार को मिलने वाली पेंशन में सुधार हो.
स्टाफ वेलफेयर फंड का परिचालन लाभ के आधार पर बांटा जाये.
रिटायर होने पर मिलने वाला लाभ आयकर से बाहर हो.
कांट्रैक्ट और बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट के लिए समान वेतन हो.
