पटना : हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध आलोचक एवं साहित्यकार खगेंद्र ठाकुर का मंगलवार को बांसघाट पर अंतिम संस्कार किया गया. मुखाग्नि उनके इकलौते बेटे भास्कर ठाकुर ने दी. स्व ठाकुर की अंतिम विदाई के मौके पर चर्चित कवि अरुण कमल, कथाकार प्रेम कुमार मणि, प्रभात खबर के संपादक (बिहार) अजय कुमार, कवि मुकेश प्रत्युष, रंगकर्मी जयप्रकाश, रमेश ऋतंभर, प्रणय प्रियंवद, कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व विधायक रामनरेश पांडेय, डॉ अंकित, अभ्युदय, नवीन, संजीव श्रीवास्तव आदि लोग मौजूद रहे, जिन्होंने खगेंद्र ठाकुर से जुड़े अपने संस्मरणों को याद किया. मालूम हो कि 83 साल की उम्र में सांस की बीमारी के कारण सोमवार को पटना एम्स में उनका निधन हो गया था.
* सुबह 10 बजे राजीवनगर से निकली यात्रा
सुबह 10 बजे उनकी शवयात्रा राजीव नगर की जनशक्ति कॉलोनी स्थित उनके आवास से निकाली गयी, जो 10:30 बजे अदालतगंज स्थित जनशक्ति कार्यालय पहुंची. यहां उनके चाहनेवालों ने पार्थिव शरीर के आते ही खगेंद्र ठाकुर अमर रहे… जैसे नारे लगाने लगे. यहां उनके शव को वाहन से निकाल कर रखा गया और लाल झंडे से लपेटा गया. इसके बाद एक-एक कर सभी उपस्थित लोगों ने उनके शव पर फूल चढ़ाये. इस दौरान लोग लगातार आते रहे और श्रद्धांजलि अर्पित करते रहे.उनकी शवयात्रा में सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार, विधान पार्षद केदारनाथ पांडेय, साहित्यकार आलोक धन्वा, राजेंद्र राजन, अवधेश प्रीत, संतोष दीक्षित, अनिल विभाकर, प्रोफेसर तरुण कुमार, अनीश अंकुर, शिवकुमार मिश्र, एसके गांगुली, अजय कुमार समेत सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए और श्रद्धांजलि दी.
* 24 जनवरी को होगी श्रद्धांजलि सभा
24 जनवरी को जमाल रोड स्थित माध्यमिक शिक्षक संघ भवन में 11 बजे दिन में खगेंद्र ठाकुर की याद में श्रद्धांजलि सभा का आयोजित होगा. इसमें राज्य भर के साहित्यकार, लेखक संगठनों के सदस्य भी मौजूद रहेंगे.
* साहित्य जगत के लिए अपूरणीय क्षति : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खगेंद्र ठाकुर के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा है कि डॉ ठाकुर साहित्य के शिखर पुरुष थे. वह चिंतक और आलोचक के साथ-साथ कवि भी थे. उनका दुनिया से जाना साहित्य जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. राजनैतिक व्यक्तित्व के रूप में भी खगेंद्र ठाकुर वामपंथी विचारों के नायकों में से एक रहे हैं. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति और उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.
* सदभाव व सहिष्णुता को बढ़ाती हैं खगेंद्र की रचनाएं : नीरज
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री नीरज कुमार ने वरिष्ठ साहित्यकार खगेंद्र ठाकुर के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि इस घटना से बौद्धिक जगत को अपूर्णीय क्षति हुई है. उन्होंने कहा कि खगेंद्र ठाकुर का साहित्यकृति न केवल सामाजिक जकड़न पर प्रहार करता है, बल्कि विरासत व सहिष्णुता और विभिन्न सामाजिक समूहों के बीच सद्भाव को प्रकट करता है. उन्होंने नयी पीढ़ी से उनकी बौद्धिक कृति को अपनाने की अपील की.