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बिहार बंद : थम गयी राजधानी, चौक-चौराहों पर प्रदर्शन, तेजस्वी यादव, कुशवाहा समेत 20 नामजद, 250 अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज
पटना : सीएए और एनअारसी के विरोध में शनिवार को राजद के बिहार बंद के दौरान राजधानी की सड़कों पर आवाजाही ठप रही. दुकानें बंद रहीं और कुछ जगहों पर राहगीरों की गाड़ियाें के शीशे भी तोड़े गये. मीडियाकर्मियों से मारपीट की गयी और मोबाइल-कैमरे तोड़ा दिये गये. प्रदर्शन और विरोध का केंद्र हमेशा की […]
पटना : सीएए और एनअारसी के विरोध में शनिवार को राजद के बिहार बंद के दौरान राजधानी की सड़कों पर आवाजाही ठप रही. दुकानें बंद रहीं और कुछ जगहों पर राहगीरों की गाड़ियाें के शीशे भी तोड़े गये. मीडियाकर्मियों से मारपीट की गयी और मोबाइल-कैमरे तोड़ा दिये गये. प्रदर्शन और विरोध का केंद्र हमेशा की तरह डाकबंगला चौराहा रहा.
राजद, कांग्रेस व रालोसपा सहित समर्थक दलों के नेताओं ने यहां पर धरना-प्रदर्शन किया. राजद कार्यकर्ताओं ने जहां-तहां सड़कों पर बांस-बल्ला लगाकर ट्रैफिक रोक दिया था. डाकबंगला, आयकर गोलंबर से लेकर शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर सुबह नौ से लेकर दोपहर तीन बजे तक परिचालन लगभग ठप रहा. कंकड़बाग, बाइपास, पाटलिपुत्र गोलंबर, अल्पना मार्केट, दीघा व कुर्जी समेत अन्य जगहों पर भी घंटों सड़क पर प्रदर्शन चलता रहा. प्रदर्शनकारियों ने हड़ताली मोड़ चौराहा व इन्कम टैक्स गोलंबर पर टायर जलाकर घंटों मार्ग को बाधित रखा. इसमें एक जज, एसएसपी गरिमा मलिक सहित कई आइएएस की गाड़ियां भी फंसी रहीं. पटना बाइपास पर सन्नाटा था.
जगनपुरा के पास बंद समर्थकों ने बाइपास को पूरी तरह से जाम कर दिया. अनीसाबाद बाइपास के पास भी बंद समर्थकों ने टायर जलाकर प्रदर्शन किया. पटना विश्वविद्यालय व पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय समेत लगभग सभी विश्वविद्यालयों के कॉलेज कैंपस में बंद का व्यापक असर रहा. सभी विवि कॉलेज खुले थे, लेकिन उपस्थिति नगण्य थी.
सीसीटीवी कैमरे से पहचान
पटना : बंद मामले में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, उपेंद्र कुशवाहा, जगदानंद सिंह, जयप्रकाश नारायण, अब्दुल बारिक सिद्दकी, समेत 20 नामजद लोगों पर एफआइआर दर्ज की गयी है. साथ ही 250 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. डाकबंगला चौराहे पर प्रदर्शन करने व सड़क जाम कर आम लोगों को नुकसान पहुंचाने के आरोप में कोतवाली थाने में मजिस्ट्रेट के बयान पर मुकदमा दर्ज कराया गया.
इसके अलावा अखबार के फोटो जर्नलिस्ट दिनेश कुमार, चैनल के पत्रकार प्रकाश सिंह और वीडियो जर्नलिस्ट सूरज कुमार के साथ मारपीट, बदसलूकी और कैमरा को क्षतिग्रस्त करने के आरोप में भी एफआइआर की गयी है. एएसपी लॉ एंड ऑर्डर स्वर्ण प्रभात ने बताया कि प्रतिबंधित ऐरिया में विरोध प्रदर्शन करने के बाद आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. पत्रकारों पर हमला करने वाले लोगों की पहचान सीसीटीवी कैमरे से कर ली गयी है.
कारगिल चौक, डाकबंगला बना छावनी
बंद के दौरान पटना पुलिस पुरी तरह से मुस्तैद रही. हंगामे की आशंका को देखते हुए कारगिल चौक, अशोक राजपथ और गांधी मैदान का इलाका छावनी में तब्दील हो गया था. सिटी एसपी (सेंट्रल) विनय तिवारी और जितेंद्र कुमार (पूर्वी) कारगिल चौक पर उपस्थित थे. सुबह सात बजे से शाम के चार बजे तक विनय तिवारी व जितेंद्र कुमार ने नौ बार राउंड लगाया और शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की.
30 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ बाधित
बंद का असर शहर के प्रमुख बाजार सहित अन्य प्रतिष्ठानों पर पड़ा. इससे लगभग 30 करोड़ का कारोबार बाधित हुआ. कपड़ा, सर्राफा, इलेक्ट्रिक, इलेक्ट्रानिक्स व दवा मंडी में सन्नाटा रहा. डाकबंगला चौराहा, न्यू मार्केट, फ्रेजर रोड, एक्जीबिशन रोड, स्टेशन रोड, चांदनी चौक मार्केट, हथुआ मार्केट, मौर्यालोक परिसर, पटना मार्केट, अशोक राजपथ, बारी रोड, ठाकुरबाड़ी रोड, बाकरगंज, पटना मार्केट आदि इलाके की दुकानें पूरी तरह बंद रहीं.
मीडियाकर्मियों से मारपीट, कैमरे तोड़े
पटना : प्रदर्शनकारी काफी हिंसक मूड में दिखे. डाकबंगला चौराहे पर मीडिया गो-बैक के नारे लगाकर कई मीडियाकर्मियों को वापस कर दिया गया. राजद कार्यालय के पास प्रभात खबर के पत्रकार सुबोध कुमार पर प्रदर्शनकारियों ने लाठी-डंडे से हमला कर दिया. इसमें उनकी पीठ पर काफी चोट आयी है. उनकी बाइक क्षतिग्रस्त कर दी.
इसके अलावा तेजस्वी के भाषण के दौरान एक मकान की छत से फोटो बना रहे फोटोग्राफरों पर हमला किया गया. इसमें कई मीडियाकर्मियों को चोटें आयी हैं. इसमें दो फोटो पत्रकार दिनेश कुमार व केएम शर्मा के सिर में गंभीर चोट भी आयी है. कुछ लोगों ने छत पर ही छुपकर जान बचायी. एक प्रमुख समाचार चैनल के पत्रकार के साथ भी दुर्व्यवहार हुआ. पत्रकार प्रकाश सिंह ने मीडियाकर्मियों के साथ एक वीडियो साझा किया है, जिसमें बंद समर्थक राजधानी के डाकबंगला चौराहे पर उनके और कैमरामैन सूरज के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं.
राजद कार्यालय से पैदल ही डाकबंगला पहुंचे तेजस्वी
पटना : नागरिकता संशोधन अधिनियम और एनआरसी का विरोध करते हुए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने समर्थकों संग राजद कार्यालय से डाकबंगला चौराहा पैदल पहुंचे. इससे पहले वे दोपहर करीब एक बजे अपने समर्थकों के साथ राबड़ी आवास से प्रदेश राजद मुख्यालय पहुंचे. वहां पहले से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह, अब्दुल बारी सिद्दीकी, कांति सिंह, जयप्रकाश नारायण यादव, शिवानंद तिवारी, भाई बीरेंद्र सहित अन्य नेता व कार्यकर्ता जमा थे. सभी के साथ तेजस्वी यादव करीब सवा एक बजे पैदल डाकबंगला के लिए निकल पड़े. सभी बंद समर्थक पार्टी का झंडा लिये नारेबाजी कर रहे थे. इसमें राजद, कांग्रेस, हम, रालोसपा, वीआइपी सहित अन्य दलों का झंडा दिख रहा था. बंद समर्थकों में महिलाओं का जत्था अलग था.
तेजस्वी अपने समर्थकों व अन्य नेताओं सहित बीरचंद्र पटेल पथ, आयकर गोलंबर, बेली रोड होते हुए डाकबंगला चौराहा पहुंचे. इस दौरान बंद को समर्थन देने वाले अन्य दलों के नेता भी अपने समर्थकों के साथ जुलूस में शामिल हो गये. करीब डेढ़ बजे यह काफिला डाकबंगला चौराहा पहुंचा. वहां बने ट्रैफिक पोस्ट पर तेजस्वी, जगदानंद सिंह, अब्दुल बारी सिद्दीकी सहित अन्य नेता चढ़ गये. तेजस्वी के हाथ हिलाते ही बंद समर्थकों की भीड़ सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगी. इसके बाद वहां से उतरकर सामने खड़ी गाड़ी में तेजस्वी यादव चढ़ गये और करीब 1:40 बजे भाषण शुरू किया, जो 2:10 बजे समाप्त हुआ. इस दौरान तेजस्वी जिंदाबाद और सरकार विरोधी नारे लगते रहे. करीब ढाई बजे तक शांतिपूर्ण तरीके से बंद समर्थक लौट गये.
छात्र राजद भी हुआ शामिल : नागरिकता संशोधन अधिनियम तथा एनआरसी के विरोध में राजद के आहूत बिहार बंद में छात्र राजद भी शामिल हुआ. छात्र राजद ने पटना विश्वविद्यालय ने पटना लॉ कॉलेज से बंद करवाते हुए पूरे विश्वविद्यालय को बंद किया तथा पटना विश्वविद्यालय गेट पर घंटों चक्का जाम किया.
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