पटना : ‘कचरा पॉलिटिक्स’ के चक्कर में जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव का 5000 रुपये का चालान ट्रैफिक पुलिस ने गुरुवार को काट दिया. चालान की राशि भरने के बाद वह अपने घर वापस लौट आये. मालूम हो कि पप्पू यादव ने शहर में कचरा जमा होने के बाद कूड़ा नहीं हटाये जाने को लेकर चेतावनी दी थी कि वह कचरे को लेकर नगर विकास मंत्री और कमिश्नर के आवास पर फेंक देंगे.
जानकारी के मुताबिक, राजधानी पटना में जलजमाव के बाद शहर में जमा कूड़े के नहीं हटाये जाने को लेकर जन अधिकार पार्टी के संरक्षक व मधेपुरा के पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव गुरुवार को सफाई अभियान में निकले. शहर के कृड़े को वह नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा और पटना के कमिश्नर के आवास पर फेंकने की चेतावनी दी थी. वह गुरुवार को दी गयी चेतावनी के मद्देनजर बेली रोड स्थित ईशान इंटरनेशनल गर्ल्स स्कूल के पास जेसीबी और ट्रैक्टर लेकर पहुंच गये. वहां कचरा लाद कर आशियाना होते हुए वह राजीवनगर पहुंचे. इस दौरान वह सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास भी निकाल रहे थे. उनका कहना था कि आम जनता को उनके हाल पर ही छोड़ दिया जाता है, जबकि अधिकारियों और नेताओं के घर से कूड़े का उठाव ससमय हो जाता है. राजीव नगर में ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया. साथ ही धारा-109 के तहत उपद्रव फैलाने के आरोप में थाने में बिठा दिया गया.
मंत्री के आवास पर भारी संख्या मेंतैनातकी गयी थी पुलिस की
पप्पू यादव की धमकी के मद्देनजर गुरुवार को नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा के आवास को गुरुवार की सुबह में ही छावनी में तब्दील कर दिया गया था. अनहोनी की आशंका के मद्देनजर मंत्री के आवास पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. साथ ही पप्पू यादव को रोकने के लिए भी कई थानों की पुलिस के साथ सैप जवानों को तैनात किया गया था.
ट्रैफिक पुलिस ने काटा पप्पू यादव का चालान
पप्पू यादव ट्रैक्टर पर कूड़ा लेकर मंत्री और अधिकारी के आवास पर फेंकने जा रहे थे. पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि उनके पास हल्के वजन के वाहन (एलएमवी) का लाइसेंस है. उसकी वैधता भी वर्ष 2017 में ही खत्म हो चुकी है. ट्रैक्टर भारी वजन के वाहन (एचएमवी) की श्रेणी में आता है. इसके बाद ट्रैफिक पुलिस ने पप्पू यादव का पांच हजार रुपये का चालान काट दिया. साथ ही पुलिस ने ट्रैक्टर को जब्त कर थाने ले आयी. चालान कटने के बाद पप्पू यादव ने चालान भर दिया. चालान भरे जाने के बाद पप्पू यादव को छोड़ दिया गया. इसके बाद वह अपने आवास पर लौट आये.