पटना : डेंगू के डंक ने पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव लोचन की जिंदगी लील ली. दो-तीन दिन पहले से ही अधिवक्ता राजीव लोचन डेंगू बुखार से पीड़ित हुए थे. इसके बाद इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका.
अधिवक्ता राजीव लोचन पूर्व राजकीय अधिवक्ता अवधेश कुमार पांडेय के सहायक अधिवक्ता के रूप में हाईकोर्ट में काम कर चुके थे.राजीव लोचन के असामयिक निधन पर वकीलों में शोक और आक्रोश व्याप्त है. जलजमाव के बाद डेंगू के कहर ने राजीव लोचन की जान ले ली.
अधिवक्ता राजीव लोचन बक्सर जिले के चौसा के डिहरी गांव के रहनेवाले थे. इनकी उम्र 50 वर्ष के करीब थी. राजधानी पटना में वह अपने पिता, मां, पत्नी और एक बेटी के साथ नेहरू नगर में रहते थे. राजीव लोचन दो भाई थे.
भाजपा विधि विधायी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक तारकेश्वर नाथ ठाकुर, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता राजेश कुमार सिंह, अधिवक्ता राजन सहाय और अधिवक्ता राजेश वर्मा ने राज्य सरकार से पर्याप्त मुआवजा राजीव लोचन के परिवार को देने की मांग की है. अधिवक्ता अवधेश कुमार पांडेय, राजेश कुमार सिंह और पवन चौधरी ने कहा कि इस दुख की घड़ी में पूरा अधिवक्ता समुदाय राजीव लोचन के परिवार के साथ खड़ा है और जो भी संभव होगा मदद की जायेगी.