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पटना : 139 स्कूलों के पास नहीं है अपनी भूमि
पूजा स्थलों या सामुदायिक भवनों में चल रहे भूमिहीन स्कूल पटना : जिले में 139 स्कूल भूमिहीन हैं. ये वे स्कूल हैं, जो मंदिर, मस्जिद सामुदायिक भवन या पेड़ों के नीचे संचालित हैं. इनमें 118 स्कूल शहरी क्षेत्र से जुड़े हैं. अलबत्ता कुछ समय पहले तक ऐसे स्कूलों की संख्या 249 थी. करीब एक साल […]
पूजा स्थलों या सामुदायिक भवनों में चल रहे भूमिहीन स्कूल
पटना : जिले में 139 स्कूल भूमिहीन हैं. ये वे स्कूल हैं, जो मंदिर, मस्जिद सामुदायिक भवन या पेड़ों के नीचे संचालित हैं. इनमें 118 स्कूल शहरी क्षेत्र से जुड़े हैं. अलबत्ता कुछ समय पहले तक ऐसे स्कूलों की संख्या 249 थी. करीब एक साल पहले 110 स्कूल बड़ी मशक्कत के बाद दूसरे स्कूलों में मर्ज कर दिये गये हैं.
स्कूलों में बच्चों की संख्या भी 50 से नीचे : जानकारी के मुताबिक इन स्कूलों में बच्चों की संख्या भी 50 से नीचे ही है. अगर यह संख्या इससे अधिक भी है, तो वह महज स्कूल संचालित करने की जरूरत पूरी करने के लिए जुटायी गयी है, ताकि स्कूल का अस्तित्व बना रहे. फिलहाल यह साफ हो चुका है कि पेड़ के नीचे खुले में या किसी पूजा स्थल में चल रहे स्कूल को भवन के लिए भूमि देने में शासन असमर्थ है. यही वजह है कि वह इन स्कूलों को मर्ज करना चाहता है.
शिक्षा विभाग भूमिहीन विद्यालयों का करा रहा है सर्वेक्षण : शिक्षा विभाग ने समूचे प्रदेश में भूमिहीन स्कूलों के सर्वेक्षण के निर्देश दिये हैं. इसकी जानकारी जुटायी जा रही है. विभाग की मंशा है कि इन भूमिहीन स्कूलों को निकटवर्ती किसी दूसरे स्कूल में शिफ्ट किया जाये. अधिकतर ब्लॉक ने यह जानकारी अभी तक जिला शिक्षा पदाधिकारी को नहीं भेजी है.
स्कूल शिफ्टिंग में इस तरह की आ सकती हैं चुनौतियां : सरकारी स्कूलों में अधिकांश बच्चे गरीब परिवारों के हैं. वे एक सीमा तक ही बच्चों को अपने घर से दूर भेज सकेंगे. दरअसल शहर में पहले 110 स्कूलों को निकटवर्ती स्कूलों में मर्ज किया जा चुका है. इसलिए अब केवल एक विकल्प बचा है कि दूर के विद्यालयों में ही भूमिहीन स्कूल शिफ्ट किये जाएं.
पटना : 1140 भवनहीन विद्यालय पास के स्कूलों में होंगे शिफ्ट
पटना : मंदिर-मस्जिद के परिसरों में चल रहे राज्य के 1140 भवनहीन स्कूलों को निकट वैसे स्कूलों में शिफ्ट किया जायेगा, जिनके पास अपने भवन हैं. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन ने सभी डीएम, डीइओ, व डीपीओ को 31 जुलाई तक मुलभूत सुविधाहीन विद्यालयों के सुचारू संचालन के लिए नजदीक के विद्यालयों में शिफ्ट करने के लिए पत्र लिखा था.जानकारों के अनुसार राज्य में लगभग 1140 विद्यालय के पास खुद का अपना भवन नहीं है.
यहां तक कि जमीन भी नहीं होने से भवन निर्माण संभव नहीं है. ऐसे विद्यालयों के बच्चे खुले आसमान के नीचे, सामुदायिक भवन, धार्मिक स्थलों में पढ़ाई करने को मजबूर है. विभागीय सूत्र ने बताया कि पत्र जारी होने के बाद बहुत सारे विद्यालयों को पास के स्कूल में शिफ्ट करने की सूचना है. जहां कमरे,शौचालय, पेयजल की व्यवस्था के साथ मध्याह्न भोजन योजना चल रही है.
पत्र में कहा गया था कि निर्धारित समय तक भवनहीन सभी विद्यालयों को निकट के विद्यालय में शिफ्ट करते हुए अनुपालन प्रतिवेदन अधिकारियों को भेजना है. 31 जुलाई के बाद भी यह स्थिति पाये जाने पर अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई होगी.
शहरी क्षेत्र भूमिहीन स्कूल
पटना सदर 17
पटना ग्रामीण 7
गोलघर 15
गर्दनीबाग 24
बांकीपुर 3
महेंद्रू 11
गुलजार बाग 9
चौक 9
मालसलामी 25
नोट : ये आंकड़े वर्ष 2018 में सर्वशिक्षा अभियान के तहत जारी किये गये थे.
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