पटना : बिहार के नवनियुक्त राज्यपाल फागू चौहान ने शुक्रवार को अपना इस्तीफा उत्तर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को सौंप दिया. उनके इस्तीफे को स्वीकृत कर लिया गया है.
मऊ की घोसी विधानसभा सीट से विधायक फागू चौहान को 20 जुलाई को बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. मूल रूप से आजमगढ़ के सेकपुरा गांव निवासी फागू चौहान ने मऊ की घोसी विधानसभा सीट से राजनीतिक कॅरियर शुरू किया था. मालूम हो कि बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन को मध्य प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. राष्ट्रपति भवन द्वारा अधिसूचना के मुताबिक पदभार ग्रहण करने की तिथि से फागू चौहान की नियुक्ति प्रभावी मानी जायेगी.
कौन हैं फागू चौहान?
उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के चेयरमैन व घोसी विधानसभा से छह बार विधायक रहे फागू चौहान बिहार के नये राज्यपाल होंगे. फागू चौहान का जन्म आजमगढ़ के शेखपुरा में एक जनवरी, 1948 को हुआ था. उनके पिता का नाम खरपत्तु चौहान था. उनकी पत्नी का नाम मुहारी देवी है. उनके तीन लड़के और चार लड़कियां हैं. पिछड़ी जाति से आनेवाले फागू चौहान वर्ष 1985 में पहली बार दलित किसान मजदूर पार्टी से घोसी विधानसभा से विधायक बने. इसके बाद वह जनता दल के टिकट पर 1991 में विधायक चुने गये. वर्ष 1996 और 2002 में वह बीजेपी के टिकट पर विधानसभा पहुंचे. इसके बाद वह बहुजन समाज पार्टी में चले गये और बसपा के टिकट पर वर्ष 2007 में घोसी विधानसभा की सीट जीती. इसके बाद वह वर्ष 2017 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े और जीत दर्ज की. उत्तर प्रदेश में पिछड़ी जाति का बीजेपी में बड़ा चेहरा होने के कारण उन्हें उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग का चेयरमैन भी बनाया गया.