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पटना : निगरानी की बड़ी कार्रवाई, पथ निर्माण विभाग का इंजीनियर 14 लाख रुपये घूस लेते हुआ गिरफ्तार

घर की दीवार-पलंग में छिपा रखे थे ढाई करोड़ रुपये पटना : विक्रम भाया गोणवा मोड़ से अमहरा तक सड़क बनाने वाले ठेकेदार से 44 लाख रुपये की मांग कर रहे पथ निर्माण विभाग, पटना पश्चिम के कार्यपालक अभियंता सुरेश प्रसाद सिंह को विजिलेंस ने शनिवार को 14 लाख रुपये घूस लेते गिरफ्तार कर लिया. […]

घर की दीवार-पलंग में छिपा रखे थे ढाई करोड़ रुपये
पटना : विक्रम भाया गोणवा मोड़ से अमहरा तक सड़क बनाने वाले ठेकेदार से 44 लाख रुपये की मांग कर रहे पथ निर्माण विभाग, पटना पश्चिम के कार्यपालक अभियंता सुरेश प्रसाद सिंह को विजिलेंस ने शनिवार को 14 लाख रुपये घूस लेते गिरफ्तार कर लिया. उनका एकाउंटेंट शशिभूषण भी पकड़ा गया है. इंजीनियर के इस्ट पटेल नगर, पटना स्थित घर की देर रात तक तलाशी हुई.
पटना में तीन फ्लैट, एक मकान, नोएडा में फ्लैट, रूपसपुर पटना में दो फ्लैट, बिहटा में 14 कट्ठा जमीन के एग्रीमेंट के कागज, लाखों रुपये मूल्य की 26 एलआइसी पॉलिसी मिले हैं. एक डस्टर कार, एक स्कार्पियो गाड़ी भी मिली है. इंजीनियर ने घर के नीचे शांति रंजन नाम से मार्केट भी बना रखा है. बुद्ध मार्ग पटना निवासी ठेकेदार अखिलेश कुमार जायसवाल की शिकायत पर विजिलेंस ने यह कार्रवाई की.
कार्यपालक अभियंता सुरेश प्रसाद सिंह सड़क निर्माण से संबंधित 44 करोड़ के कार्य के इकरारनामा का एक फीसदी कमीशन 44 लाख मांग रहे थे. ठेकेदार ने इसकी शिकायत अधीक्षण अभियंता, पटना के यहां की. अधीक्षण अभियंता के कहने पर सुरेश यादव ने फाइल को आगे बढ़ा दिया, लेकिन रिश्वत के लिए दबाव डालते रहे. अंत में 32 लाख रुपये पर डील तय हुई. शनिवार को कार्यपालक अभियंता के इस्ट पटेल नगर स्थित आवास पर 14 लाख रुपये की पहली किश्त दी जानी थी.
विजिलेंस के डीएसपी गोपाल पासवान ने धावा दल के साथ इंजीनियर को ट्रैप करने की योजना तैयार की. सुबह करीब 11 बजे ठेकेदार पैसे लेकर सुरेश प्रसाद सिंह के घर पहुंचा, विजिलेंस ने इंजीनियर – एकाउंटेंट को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. साथ ही इंजीनयर के घर की तलाशी शुरू की तो नोटों से भरे बैग मिलने लगे. जिस पलंग पर कार्यपालक अभियंता सोते थे, वह भी नोटों से भरा हुआ था. पांच-पांच सौ के पुराने नोट भी मिले हैं. रंगे हाथ पकड़े गये इंजीनियर और एकाउंटेंट को पूछताछ के बाद निगरानी-1 की कोर्ट में पेश किया जायेगा.
ठेकेदार से मांगे थे 44 लाख रुपये, 32 लाख पर तय हुई डील
बैंक खुलवाकर मंगानी पड़ी नोट गिनने वाली मशीन
पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता सुरेश प्रसाद सिंह के घर से बरामद कैश को गिनने के लिए विजिलेंस की टीम को बैंक खुलवाकर मशीन मंगवानी पड़ी. रात को दोबारा बैंक खुलवाया गया और जब्त कैश को जमा कराया गया. विजिलेंस की टीम को यह अनुमान नहीं था कि इंजीनियर का घर ‘ कैश गोदाम ‘ निकलेगा. रिश्वतखोर अफसर को ट्रैक करने के दौरान विजिलेंस के पदाधिकारियों ने अपनी कार्रवाई का दायरा बढ़ाया तो घर में पलंग, दीवान, अलमारी सब जगह कैश छिपा मिला. सूत्रों के अनुसार निगरानी की टीम कैश गिनते- गिनते थक गयी तो उच्चाधिकारियों से नोट गिनने की मशीन की मांग की गयी.

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