पालीगंज : लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान के लिये अभी भले ही पांच दिन बाकी हों, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ही अपनी जीत का दावा करते हुए अगले कार्यकाल में नयी ‘विकास की गंगा’ बहाने का वादा किया. मोदी ने पाटलिपुत्र लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के तहत आने वाले पालीगंज में एक चुनावी रैली में कहा, ‘‘यह बिहार में मेरी आखिरी चुनावी रैली है. आपने मुझे और इस मंच पर बैठे मेरे योग्य सहयोगियों को बहुत प्यार दिया. मुझे भरोसा है कि चुनाव नतीजे हमारे पक्ष में होंगे, लेकिन अंतिम चरण में यह सुनिश्चित कर दीजिये कि जीत दिव्य और भव्य होगी.
पीएममोदी ने कहा, पाटलिपुत्र में 19 मई को सातवें और आखिरी चरण में मतदान होना है. उन्होंने कहा, "मेरे अगले कार्यकाल में, मैं दोबारा आपके बीच आऊंगा और विकास की गंगा साथ लाऊंगा." मोदी ने यह टिप्पणियां भाजपा अध्यक्ष शाह के नयी दिल्ली में किये गए उस दावे के बाद की हैं, जिसमें शाह ने कहा था कि उनकी पार्टी छह चरण के चुनाव के बाद ही बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है. उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मुझे पूरा भरोसा है कि पांचवें और छठे चरण के मतदान के बाद ही भाजपा बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है. सातवें चरण के बाद भाजपा 300 का आंकड़ा पार कर जाएगी."
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा को चुनावी मुद्दा बनाने का विरोध करने को लेकर बुधवार को विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि केवल आक्रामक रणनीति अपनाकर ही आतंकवाद का सफाया किया जा सकता है, जैसा कि उनकी सरकार ने किया. मोदी ने कहा, ‘‘महामिलावटी कहते हैं कि राष्ट्रीय सुरक्षा कोई मुद्दा नहीं है. ऐसा कैसे हो सकता है, जबकि आतंकवादी हमलों के कारण कितने आम लोगों की जान गयी है?”
प्रधानमंत्री मोदी ने बालाकोट हवाई हमलों का परोक्ष जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हमने आतंकवादियों को जिस तरह घर में घुसकर मारा, उनका खात्मा होना ही था.” प्रधानमंत्री ने इसके अलावा कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के ‘‘हुआ तो हुआ” बयान को लेकर भी कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि यह 1984 के सिख विरोधी दंगों को लेकर विपक्षी दल के ‘‘अहंकार” को दर्शाता है.
पीएम ने लालू प्रसाद के राजद का नाम लिए बगैर उस पर भी निशाना साधा और सत्ता हासिल करने के लिए जाति समर्थन का इस्तेमाल करने एवं कार्यकर्ताओं के योगदान को नजरअंदाज करके परिवार के लोगों को आगे बढ़ाने का आरोप लगाया. उन्होंने सत्ता में रहने के दौरान अपराधीकरण को कथित बढ़ावा देने और गरीबों के जीवनस्तर में सुधार के लिए नवोन्मेष करने में ‘‘नाकाम” रहने को लेकर भी राजद की आलोचना की.