पटना : क्वालिटी इनक्लेव में खुशबू की मौत से पहले यूनिस के मोबाइल फोन से लंबी बातचीत हुई थी. यह बातचीत खुशबू और मनीष उर्फ मैडी के बीच हुई थी. दोनों में बहस हो रही था. वॉयस रिकॉर्ड के मुताबिक मनीष उसे घर जाने के लिए कह रहा था. करीब घंटे भर तक बातचीत हुई.
इस बीच मनीष यह भी कह रहा था कि मैंने तुम्हें नहीं बुलाया है, जबकि सीडीआर से जानकारी मिली है कि मनीष ने ही खुशबू को फाेन करके बुलाया था. फिलहाल मामले की जांच कर रही बुद्धा कॉलोनी पुलिस उस वाॅयस रिकॉर्ड को एफएसएल भेजने वाली है जो यूनिस के मोबाइल फोन में मौजूद है.
पुलिस एफएसएल से जांच कराकर यह पुष्टि करेगी कि बातचीत खुशबू और मनीष के ही बीच है या और कोई बात कर रहा था. इसके लिए पुलिस मनीष की गिरफ्तारी के बाद उसका वाॅयस सैंपल लेगी. दोनाें आवाजों का एफएसएल में मिलान कराया जायेगा. खुशबू की मौत के बाद इस गुत्थी को सुलझाने के लिए मनीष की गिरफ्तारी बेहद जरूरी हो गयी है. वहीं पुलिस के डर से मनीष फरार चल रहा है. पुलिस को रात में पता चला था कि मनीष मंदिरी में दिखा है. वह बाइक से था.
इस पर पुलिस ने छापेमारी की, लेकिन वह नहीं मिला. दरअसल इस मौत को पुलिस खुदकुशी मान चुकी है, लेकिन एक बार मनीष के गिरफ्तार होने के बाद उसके बयान से सबकुछ साफ हो जायेगा. हालांकि घरवाले खुशबू की मौत को हत्या बता रहे हैं. जबकि पुलिस सीसीटीवी से मिले इनपुट के आधार पर इसे सुसाइड बता रही है. वरीय पदाधिकारियों का कहना है कि एक बार एफएसएल रिपोर्ट आ जाये तो गुत्थी सुलझ जायेगी.

