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पटना :डीजल, पानी व बिजली का होना था उत्पादन, अभी काम भी शुरू नहीं
बैरिया रिसाइक्लिंग प्लांट पटना : लाख प्रयास के बावजूद बैरिया स्थित कचरा डंपिंग यार्ड की स्थिति नहीं सुधर पा रही. 72 एकड़ में फैले इस डंपिंग यार्ड में रिसाइकलिंग प्लांट लगाने को लेकर सितंबर 2018 में जर्मन कंपनी एजी डॉटर्स से पटना नगर निगम का समझौता हुआ. चयनित एजेंसी को नवंबर-दिसंबर माह से प्लांट लगाने […]
बैरिया रिसाइक्लिंग प्लांट
पटना : लाख प्रयास के बावजूद बैरिया स्थित कचरा डंपिंग यार्ड की स्थिति नहीं सुधर पा रही. 72 एकड़ में फैले इस डंपिंग यार्ड में रिसाइकलिंग प्लांट लगाने को लेकर सितंबर 2018 में जर्मन कंपनी एजी डॉटर्स से पटना नगर निगम का समझौता हुआ.
चयनित एजेंसी को नवंबर-दिसंबर माह से प्लांट लगाने का काम शुरू करते हुए जून-जुलाई से डीजल, पानी व बिजली उत्पादन शुरू करना था. लेकिन, योजना अब तक फाइलों में लटकी हुई है. अधिकारियों की मानें तो प्रदूषण बोर्ड से एनओसी मांग किया है. एनओसी मिलते ही योजना पर काम शुरू कर दिया जायेगा.
करीब 2500 करोड़ से लगाना है प्लांट : कचरा रिसाइकलिंग प्लांट में निगम को एक रुपये राशि खर्च नहीं करना है. चयनित एजेंसी करीब 25 सौ करोड़ रुपये की लागत से रिसाइकलिंग प्लांट लगायेगी.
निगम व एजेंसी के बीच सितंबर माह में एग्रीमेंट के बाद प्रक्रिया सुस्त हो गयी. नवंबर माह से काम शुरू करना था, तो उस समय पांच एकड़ भूखंड दिया गया. एजेंसी ने मात्र फॉर्म बनाने के साथ-साथ ट्रांसमिशन लाइन पर काम पूरा किया है. गौरतलब है कि रिसाइकलिंग प्लांट से 280 मेगावाट बिजली, छह-छह लाख लीटर डीजल व पानी उत्पादन किया जाना है.
प्रति वर्ष 20 करोड़ की होगी आमदनी : एग्रीमेंट के अनुसार सेकेंडरी कूड़ा प्वाइंट से कचरे का ट्रांसपोर्टेशन करना है. इसके साथ ही प्रतिवर्ष एजेंसी को अपनी आमदनी का एक प्रतिशत राशि निगम को देना है. इस एक प्रतिशत से निगम को करीब 20 से 25 करोड़ रुपये की आमदनी होने की संभावना है.
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