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शेल्टर होम मामला : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद ने कहा – लड़कियों का शेल्टर होम से भागना एक साजिश
पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने ट्वीट कर कहा है कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की गवाह बचीं सात बच्चियों को साजिश के तहत गायब किया गया. यह काम सत्ता शीर्ष पर बैठे किस शख्स को बचाने की साजिश थी. उन्होंने कहा कि पीड़ित बच्चियों को अभी तक सुरक्षा क्यों नहीं […]
पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने ट्वीट कर कहा है कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की गवाह बचीं सात बच्चियों को साजिश के तहत गायब किया गया. यह काम सत्ता शीर्ष पर बैठे किस शख्स को बचाने की साजिश थी. उन्होंने कहा कि पीड़ित बच्चियों को अभी तक सुरक्षा क्यों नहीं दी गयी थी. सुप्रीम कोर्ट की मॉनीटरिंग के बावजूद ये दुस्साहस कौन कर रहा है. सरकार को किसका डर है और वह किसको बचाना चाहती है.
त्वरित कार्रवाई लड़कियां सकुशल बरामद : संजय
पटना. जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि तेजस्वी यादव समझ लें कि नीतीश कुमार के सुशासन की सरकार का ही नतीजा है कि लड़कियों को शनिवार की शाम तक बरामद कर लिया गया. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और शाम होते परिणाम सामने आ गया. नीतीश सरकार न किसी को बचाती है और नहीं फंसाती हैं.
मोकामा शेल्टर होम की सुरक्षा में जिससे भी चूक हुई है, उसकी की जा रही है. इसमें दोषियों पर जांच के बाद कार्रवाई होगी. इस घटना में कोई भी बचेगा नहीं. उन्होंने कहा कि शेल्टर होम कोई जेल नहीं है और जेल की तरह कोई व्यवस्था भी नहीं रहती है. वहां रहने वाली महिलाएं या लड़कियां कोई कैदी नहीं है जिन्हें जेल की तरह रखा जाये. वो बीमार लोग होते है और बीमारों को सख्ती से नहीं रखा जा सकता है. ऐसे में जो चुक हुई है उस पर कार्रवाई होगी.
उन्होंने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम ही नहीं राज्य के अंदर चल रहे उन सभी शेल्टर होम्स की जांच राज्य सरकार ने करायी, जिनमें गड़बड़ियां चल रहीं थी. उन पर कार्रवाई भी सरकार ने ही की. तेजस्वी ऐसे ज्ञान बांट रहे जैसे खामियां उन्होंने ही उजागर की. बिहार सरकार इतनी जागरूक है कि अपनी संस्थानों पर पूरी नजर रखती है. जो गड़बड़ी करेगा वह बख्शा नहीं जायेगा.
लड़कियों का भागना प्रशासन की निष्क्रियता : सदानंद
बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने कहा कि मोकामा से मुजफ्फरपुर कांड के गवाह लड़कियों का गायब होना प्रशासन की निष्क्रियता है. जब सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में इस मामले की जांच और सुनवाई हो रही है तो एक साथ पांच-सात गवाह लड़कियां किस तरह गायब हो गयी. यह प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है. कहीं यह जांच की दिशा को बदलने और इसे प्रभावित करने का प्रयास तो नहीं था.
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