पटना : पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने के लिए हमें शोधपरक शिक्षा की ओर ध्यान देना होगा. भविष्य में हमारा आर्थिक विकास पूरी तरह से इनोवेशन (शोध) पर ही निर्भर करेगा. शिक्षण संस्थान व शिक्षक देखें कि हम किस तरह से अपने शोध की गुणवत्ता को बढ़ा सकते हैं.
छात्र वर्ग को इसके लिए प्रेरित करना होगा. श्री मुखर्जी रविवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित पटना विवि के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे.
विश्व के टॉप विवि में शामिल करने का हो प्रयास : प्रणब ने कहा कि कुछ चीजें हमारी उच्च शिक्षण व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती हैं. लाख प्रयासों के बाद भी हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पिछड़े हैं और विश्व के टॉप 200 विवि में भी अपनी जगह नहीं बना पा रहे हैं.
इसके लिए सभी को सोचना होगा और मिलकर काम करना होगा. खासकर के शिक्षकों को जिम्मेवारी लेनी होगी. इस मौके पर राज्यपाल डॉ लालजी टंडन ने राजभवन के स्तर पर उच्च शिक्षा के विकास को लेकर किये जा रहे प्रयासों की चर्चा करते हुए बताया कि इस साल से सभी विश्वविद्यालयों में यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट इंफॉर्मेंशन सिस्टम लागू होने जा रहा है.
समारोह में 38 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल, 54 को पीएचडी व साढ़े सात सौ छात्रों को ऑन स्पॉट पीजी की डिग्री प्रदान की गयी. उपस्थिति, अनुपस्थित मिलाकर कुल 1800 छात्र-छात्राओं की डिग्री जारी हुई.
