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पटना : छह लाख घरों को मिलेगा स्वच्छ पानी, फ्लोराइड युक्त पानी से मिलेगी निजात
पटना : अगले तीन माह में राज्य के ग्रामीण इलाकों के छह लाख घरों में फ्लोराइड युक्त पानी पीने से लोगों को छुटकारा मिलेगा. दूषित पानी की जगह अब पीने के लिए स्वच्छ पानी मिलेगा. हर घर नल का जल योजना में फ्लोराइड प्रभावित 11 जिलों के 3814 वार्डों में स्वच्छ पानी पहुंचाने का लक्ष्य […]
पटना : अगले तीन माह में राज्य के ग्रामीण इलाकों के छह लाख घरों में फ्लोराइड युक्त पानी पीने से लोगों को छुटकारा मिलेगा. दूषित पानी की जगह अब पीने के लिए स्वच्छ पानी मिलेगा. हर घर नल का जल योजना में फ्लोराइड प्रभावित 11 जिलों के 3814 वार्डों में स्वच्छ पानी पहुंचाने का लक्ष्य है.
स्वच्छ पानी मिलने से लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा. अभी फ्लोराइड प्रभावित पानी पीने से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं हो रही हैं. इसमें चर्म रोग सहित अन्य बीमारियां शामिल हैं. सरकार प्रभावित इलाकों में दूषित पानी का ट्रीटमेंट करा कर स्वच्छ पानी पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग इस दिशा में काम में तेजी लाते हुए छह लाख घरों में स्वच्छ पानी पहुंचाने पर काम कर रहा है.
अभी 90 हजार घरों को मिल रहा है स्वच्छ पानी
सरकार के सात निश्चय में शामिल हर घर नल का जल योजना में लोगों के घरों तक पाइप से स्वच्छ पानी पहुंचाना है. खासकर दूषित पानी प्रभावित इलाकों में पानी का ट्रीटमेंट कर उसे शुद्ध करना है. विभाग फ्लोराइड प्रभावित 90 हजार घरों में पाइप से स्वच्छ पानी पहुंचाने में सफल रहा है.
2916 वार्डों में चल रहा काम
सरकार ने फ्लोराइड प्रभावित 3814 वार्डों में स्वच्छ पानी पहुंचाने की योजना स्वीकृत कर दी है. इसके बाद विभाग द्वारा 2916 वार्डों में एजेंसी का चयन कर काम अलॉट कर दिया गया है.
2131 वार्डों में पाइप से स्वच्छ पानी पहुंचाने के लिए काम चल रहा है. एजेंसी द्वारा उन सभी वार्डों में ट्रीटमेंट प्लांट लगा कर पानी को शुद्ध करने के बाद जलापूर्ति की जायेगी. एजेंसी द्वारा 748 वार्डों में काम पूरा हो गया है. इससे 90 हजार 659 घरों में स्वच्छ पानी पाइप से पहुंच रहा है. विभागीय सूत्र ने बताया कि फ्लोराइड प्रभावित इलाकों में मार्च तक स्वच्छ पानी पहुंचा देने का अनुमान है.
ग्यारह जिले प्रभावित
राज्य में कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया, नालंदा, शेखपुरा, जमुई, बांका, मुंगेर, भागलपुर व नवादा के कई प्रखंडों में लोग फ्लोराइड प्रभावित पानी पीने के लिए मजबूर हैं. पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक होने से स्वास्थ्य समस्याओं से लोग काफी प्रभावित हैं. चर्म रोग, पेट की गड़बड़ी सहित अन्य रोग से लोग परेशान हैं.
पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा ने बताया कि दूषित पानी प्रभावित इलाकां में स्वच्छ पानी उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है.
इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है. मार्च तक फ्लोराइड प्रभावित 3814 वार्डों के लगभग छह लाख घरों में स्वच्छ पानी पहुंचाने का लक्ष्य है. प्रभावित इलाके में अभी 90 हजार 659 घरों में पाइप से स्वच्छ पानी आपूर्ति हो रही है.
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