बिहार बोर्ड. मॉडल प्रश्नपत्र देख कर करें तैयारी, दो खंड में होगा प्रश्नपत्र, मॉडल प्रश्नपत्र में है दिशा-निर्देश
पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड) की वेबसाइट पर मैट्रिक व इंटरमीडिएट परीक्षा-2019 के मॉडल प्रश्नपत्रों का सेट उपलब्ध है. मॉडल प्रश्नपत्रों के पैटर्न के अधार पर परीक्षार्थी परीक्षा की बेहतर तैयारी तो कर ही सकते हैं, साथ ही परीक्षा संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देशों से भी अवगत हो सकते हैं.
मॉडल प्रश्नपत्रों को देखा जाये, तो परीक्षा में अधिकांश विषयों के प्रश्नपत्र दो खंडों ‘अ’ और ‘ब’ में होंगे. खंड ‘अ’ में एक-एक अंक के वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे, जिनका ओएमआर शीट पर जवाब देना होगा. ओएमआर शीट पर ब्लैक या ब्लू बॉल पेन से सही उत्तर के सामने गोल बनाना होगा.
निर्देशों के अनुसार ओएमआर शीट पर व्हाइटनर, कोई तरल पदार्थ, नाखून या ब्लैड वगैरह लगाने की सख्त मनाही होगी. ऐसा करने की स्थिति में रिजल्ट प्रभावित होने की पूरी संभावना है. दूसरी ओर खंड ‘ब’ में लघु व दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पूछे जायेंगे.
लघु व दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों का उत्तर लिखने के लिए परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्ष में उत्तरपुस्तिका (कॉपी) उपलब्ध करायी जायेगी. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष रिजल्ट का ग्राफ बढ़े और मेधावी विद्यार्थियों के प्राप्तांक में भी वृद्धि हो, इसके लिए इस बार लघु व दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों समेत विकल्प की संख्या बढ़ायी गयी है.
शुरू के 15 मिनट प्रश्नों को पढ़ने के लिए
प्रश्नपत्रों में स्पष्ट उल्लेख है कि परीक्षार्थियों को प्रश्नों को पढ़ने के लिए 15 मिनट का समय दिया जायेगा. वहीं यह हिदायत भी दी गयी है कि परीक्षा कक्ष में किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों का उपयोग वर्जित है. परीक्षार्थियों को सभी निर्देशों को ध्यान से पढ़ने की सलाह भी दी गयी है. इस तरह परीक्षा में आरंभ के 15 मिनट के दौरान प्रश्नों के साथ ही दिशा-निर्देशों को पढ़ना व उनका अनुपालन करना भी जरूरी होगा.
जूता, घड़ी पहन कर जाने पर रोक
वर्ष 2019 की परीक्षा को भी कदाचारमुक्त संपन्न कराने के उद्देश्य से बोर्ड पिछली परीक्षा की ही तरह सख्यी बरतेगा. जानकारी के अनुसार इस बार भी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थी मोबाइल समेत किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक गैजेट लेकर नहीं जा सकेंगे. साथ ही जूता, कलाई घड़ी आदि पहन कर जाने पर भी रोक रहेगी. परीक्षा केंद्र निर्धारण को लेकर भी बोर्ड ने तैयारी शुरू कर दी है.
बिहार बोर्ड ने प्रश्नपत्र का जो पैटर्न अपनाया है वह सराहनीय है. अन्य बोर्डों की तुलना में यहां का रिजल्ट पिछड़ रहा था, लेकिन अब रिजल्ट बेहतर होगा. विद्यार्थियों का पास प्रतिशत बढ़ेगा, साथ ही मेधावी विद्यार्थियों के प्राप्तांक का प्रतिशत भी बढ़ेगा. इससे मानक संस्थानों में यहां के विद्यार्थियों को एडमिशन मिलने में आसानी होगी.
– डॉ अनिल चंद्र मिश्र, प्राचार्य, केबी सहाय प्लस टू हाई स्कूल
प्रश्नपत्र के नये पैटर्न से रिजल्ट का प्रतिशत बढ़ेगा. उत्तीर्ण होनेवाले विद्यार्थियों की संख्या बढ़ेगी. उम्मीद है कि जो नियमित पढ़नेवाले विद्यार्थी हैं, वे परीक्षा में बेहतर कर सकेंगे.
– डॉ मीनाक्षी झा, प्राचार्या, बापू स्मारक महिला हाई स्कूल
