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पटना :ई-पीजी पाठशाला से खुद पढ़ाई कर सकते हैं पीजी के स्टूडेंट्स
पीजी स्टूडेंट्स को यूजीसी मुफ्त में दे रहा है ई-बुक सुविधा पटना : बिहार के स्टूडेंट्स में ई-पीजी पाठशाला का क्रेज बढ़ा है. स्टूडेंट्स अब ई-पीजी पाठशाला के माध्यम से देश-विदेश के तमाम शिक्षाविद के नोट्स और कंटेंट को पढ़ रहे हैं. इसमें बिहार के प्रोफेसर का भी कंटेंट मौजूद है. विभिन्न विषयों से पीजी […]
पीजी स्टूडेंट्स को यूजीसी मुफ्त में दे रहा है ई-बुक सुविधा
पटना : बिहार के स्टूडेंट्स में ई-पीजी पाठशाला का क्रेज बढ़ा है. स्टूडेंट्स अब ई-पीजी पाठशाला के माध्यम से देश-विदेश के तमाम शिक्षाविद के नोट्स और कंटेंट को पढ़ रहे हैं. इसमें बिहार के प्रोफेसर का भी कंटेंट मौजूद है. विभिन्न विषयों से पीजी की पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स ई-पीजी पाठशाला से अपना नोट्स तैयार कर रहे हैं.
एनएमईसीटी द्वारा ई-पीजी पाठशाला का मिल रहा कंटेंट : मानव संसाधन विकास मंत्रालय के नेशनल मिशन ऑन एजुकेशन थ्रू इन्फॉर्मेशन एंड कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी (एनएमईसीटी) के तहत यूजीसी ने पीजी में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए ई-पीजी पाठशाला नाम से शैक्षिक पोर्टल शुरू किया है. इसका उपयोग कर विभिन्न विषयों के स्टूडेंट्स आसानी से कहीं भी अपने विषय से जुड़ी हुई पाठ्य-सामग्री तक अपनी पहुंच बना सकते हैं. इसमें मुंगेर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो रणजीत कुमारवर्मा द्वारा बनाया गया ई-कंटेंट भी मौजूद हैं.
कोई भी उठा सकता है ई-पीजी पाठशाला का लाभ
पीयू और एमयू से पीजी करने वाले स्टूडेंट्स कहते हैं कि इस पोर्टल से नोट्स और बुक्स की कमी नहीं खल रही है. नोट्स के लिए इधर-उधर दोस्तों और प्रोफेसर के पास भटकना भी नहीं पड़ रहा है.
मुंगेर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो रणजीत कुमार वर्मा ने कहा कि एजुकेशन क्वालिटी को बेहतर बनाने के लिए, पोस्ट ग्रेजुएशन के स्टूडेंट्स को ऑनलाइन पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ई-पीजी पाठशाला शुरू किया है. अभी ई-पाठशाला पर काफी विषय के कंटेंट अपलोड किये गये हैं. जिसकी मदद से स्टूडेंट्स ऑनलाइन पढ़ाई कर सकते हैं और नोट्स भी डाउनलोड कर सकते हैं.
सितंबर 2011 में मंजूरी दी थी
गौरतलब है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस योजना को सितंबर 2011 में मंजूरी दी थी. इसके तहत कुल 77 विषयों का ई-पाठ्यक्रम तैयार होना था. इसमें सोशल साइंस, आर्ट, फाइन आर्ट के साथ-साथ नेचुरल और मैथेमेटिकल साइंस, भाषा और बोलियों से जुड़े विषय शामिल हैं.
लर्निग मैनेजमेंट सिस्टम के तहत ऑनलाइन स्तर पर ई-पाठशाला पर स्टूडेंट्स और अध्यापक दोनों लाभ ले सकते हैं. पीयू के पीजी विभाग के अनेक शिक्षकों ने कहा कि इससे स्टूडेंट्स के साथ-साथ टीचरों को भी फायदा होगा. हरेक बार स्टूडेंट्स बुक्स और स्टडी मेटेरियल्स को लेकर परेशानी रहते हैं. यूजीसी के ई-पाठशाला शुरू करने से काफी राहत मिलेगी. स्टूडेंट्स अपनी जरूरत की स्टडी मेटेरियल को डाउनलोड भी कर सकते हैं.
प्रो रणजीत कुमार वर्मा के कंटेंट को भी स्टूडेंट पढ़ सकते हैं ऑनलाइन
मुंगेर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो रणजीत कुमार वर्मा की केमिस्ट्री से संबंधित 11वां पत्र ई-पीजी पाठशाला पर मौजूद है. प्रो वर्मा ने कहा कि पीजी स्टूडेंट्स के लिए काफी कंटेंट ई-पुस्तक के रूप में इंटरनेट पर मुफ्त उपलब्ध है.
epgp.inflibnet.ac.in पर विद्यार्थी पढ़ाई कर सकते हैं. इसमें साइंस, कला, मानविकी, भाषा, इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी , लाइफ साइंसेज, मेडिकल/हेल्थ साइंसेज, सोशल साइंसेज संकायों के कुल 70 विषयों के अनेक पत्र व ई-पुस्तकें जारी हो गयी हैं जिनमें रसायन शास्त्र की एमएससी स्तर की सोलह पुस्तकें भी हैं. इसमें ग्यारहवें पत्र को मुंगेर के कुलपति प्रो रणजीत कुमार वर्मा ने तैयार किया है. मल्टीमीडिया आदि इंटरेक्टिव डोमेन में लाभ लेने के लिए मुफ्त में रजिस्ट्रेशन कराना होगा.
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