नल-जल योजना के अंतर्गत सभी गांवों के वार्डों में लग रही मोटर के स्टार्टर में लगेंगे उपकरण
पटना : मुख्यमंत्री नल-जल योजना के तहत सभी ग्रामीण इलाकों में पेयजल आपूर्ति कराने की मुहिम तेजी से चलायी जा रही है. अब इस योजना में पानी की ऑनलाइन मॉनीटरिंग करने की व्यवस्था पंचायती राज विभाग ने तैयार की है.
इसके अंतर्गत सभी 80 हजार वार्ड में लगने वाले पानी सप्लाई यूनिट या पानी के मोटर के संचालन की देखरेख ऑनलाइन करने की व्यवस्था की गयी है. इस नयी तकनीक के तहत सभी मोटर के स्टार्टर में एक चिप और सिम कार्ड लगाया जायेगा.
इसका एक केंद्रीयकृत कंट्रोल यूनिट या मॉनीटरिंग सेल जिला और मुख्यालय स्तर पर तैयार किया गया है. इस नियंत्रण केंद्र से यह पता चलेगा कि कहां-कहां कितनी देर तक मोटर चलाया गया. अगर कहीं किसी समस्या की वजह से मोटर नहीं चला रहा, तो वह कितने दिनों से बंद पड़ा है. ज्यादा मोटर चलने के कारण कहां पानी की बर्बादी हुई.
इस तरह की सभी पहलुओं की ऑनलाइन सशक्त मॉनीटरिंग हो सकेगी. फिलहाल इन नयी प्रणाली को पॉयलट प्रोजेक्ट के तौर पर चार जिलों नालंदा, सारण, दरभंगा और सीतामढ़ी के चुनिंदा प्रखंडों में चलाया जा रहा है.
जल्द ही इसे राज्य के सभी वार्ड में समान रूप से लागू कर दिया जायेगा. पंचायती राज विभाग में पूरे राज्य का एक कंट्रोल यूनिट तैयार किया गया है. जहां से सभी जिले की रिपोर्ट प्राप्त होती रहेगी. इन नयी प्रणाली में नेटवर्क से जुड़े सभी तकनीकी कार्यों की मॉनीटरिंग हो सकेगी.
एक महीने में इसके लगाने की प्रक्रिया होगी शुरू
इस तरह से काम करेगी यह नयी प्रणाली
सभी पानी सप्लाइ यूनिटों के मोटर के स्टार्टर के साथ एक चिप और सिम कार्ड का सिस्टम लगाया जायेगा, जो मोटर को ऑन करते ही स्वयं एक्टिवेट हो जायेगी. इसमें लगा चिप संबंधित जिला में मौजूद कंट्रोल यूनिट को लगातार संदेश भेजता रहेगा. कितने बजे मोटर ऑन हुआ, कितनी देर तक चला, निर्धारित समय से ज्यादा कितनी देर तक मोटर चलता रहा समेत अन्य सभी बातें की जानकारी मिलती रहेगी.
अगर किसी स्थान पर मोटर नहीं चल रहा, इससे यह भी पता चल जायेगा कि कितने दिनों से मोटर खराब है या किस वजह से वहां का मोटर नहीं चल रहा है. सभी प्रणाली में जीपीएस भी लगा रहेगा, जिससे उसके स्थान की सटीक जानकारी भी मिलेगी. कोई भी व्यक्ति इसे इधर-उधर नहीं हटा सकेगा. इससे घर-घर नल का जल योजना की मॉनीटरिंग मुकम्मल तरीके से हो सकेगी और बिना किसी परेशानी के लोगों को पानी की सप्लाई भी होती रहेगी.
साथ ही पानी की बर्बादी भी रोकी जा सकेगी. बेवजह न मोटर चलेगा और न ही पानी ही बहेगा.
अधिकारी बोले
घर-घर नल का जल योजना की ऑनलाइन मॉनीटरिंग की व्यवस्था की गयी है. फिलहाल इस प्रणाली को पायलट आधारित संचालित किया जा रहा है. जल्द ही इसे पूरे राज्य में एक साथ शुरू कर दिया जायेगा. इसकी तैयारी अंतिम चरण में चल रही है. इससे हर समय प्रत्येक यूनिट पर नजर रखी जा सकेगी.
—अमृत लाल मीणा, प्रधान सचिव,
पंचायती राज विभाग