पटना : केंद्रीय मंत्री और रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने पैगाम-ए-खीर कार्यक्रम के बारे में कहा कि एक साथ दलित हों या पंडित सभी बैठेंगे. हम कहीं से दूध और कहीं से चीनी लायेंगे और मुसलमान भाई के घर से दस्तरखान आयेगा. पार्टी के हल्ला बोल, दरवाजा खोल कार्यक्रम के बारे में बताते हुए कुशवाहा ने कहा कि ये कार्यक्रम आगे भी चलेगा. मुजफ्फरपुर में 20 अक्टूबर, गया में 3 नवंबर को जबकि मुंगेर में 24 नवंबर और पूर्णिया में 25 नवंबर को ये कार्यक्रम होगा. सीट शेयरिंग के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अभी इस मुद्दे पर सिर्फ और सिर्फ कयास ही लगाये जा रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने 20-20 फार्मूला को रिजेक्ट करते हुए इशारों में अपनी बात कही. कुशवाहा ने कहा कि मैं क्रिकेट नहीं खेलता इसलिए ये फार्मूला नहीं जानता. मैनें सिर्फ गिल्ली डंडा ही खेला है.
न्यायपालिका के सवाल पर कुशवाहा ने कहा कि गरीब लोगों के लिए महत्त्वपूर्ण दरवाजा आज भी बंद है. जबकि, पैसे वाले लोगों के लिये दरवाजे खुले हैं. हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे पूरे तौर पर बंद हैं और SC-ST लोगों का वहां पहुंचना नामुमकिन है. कुशवाहा ने कहा कि गरीब लोगों के पास कितना भी टैलेंट रहे वो कोर्ट में कभी नहीं पहुंच सकते. वहीं, बिहार में कानून की बिगड़ रही व्यवस्था को लेकर कुशवाहा ने एक बार फिर से सरकार पर निशाना साधा है. मुजफ्फरपुर में हुए पूर्व मेयर समीर कुमार हत्याकांड के मामले में प्रतिक्रिया देते हुए पटना में कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था खराब है. उन्होंने कहा कि ‘हे भगवान ये क्या हो रहा बिहार में, इससे ज्यादा मैं कुछ भी नहीं कह सकता.