पटना : दलित वोटरों को साधने के लिए जदयू अब जिला और प्रमंडल स्तर पर दलित-महादलित सम्मेलन करेगी. जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा कि सरकार ने दलितों-महादलितों के लिए जो काम किया है. हम उसे नीचे तक ले जाना चाहते हैं. सम्मेलन में सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे मे बताया जायेगा.आरसीपी सिंह ने कहा कि प्रमंडल स्तर पर सम्मेलन करने के बाद अगर जरूरत पड़ी तो पटना में भी दलित-महादलित सम्मेलन करायी जायेगी. उन्होंने कहा कि दलितों के साथ अन्याय पर JDU की नीति साफ है. बिहार में होनेवाली घटनाओं को अंजाम तक हमारी सरकार पहुंचाती है. पार्टी का सम्मेलन 1-8 अक्टूबर के बीच चलेगा. जिला स्तर पर दलित-महादलित सम्मेलन के बाद पार्टी प्रमंडल स्तर पर सम्मेलन करेगी. दशहरा के बाद 25 अक्टूबर से 3 नवंबर तक बिहार के सभी प्रमंडल मुख्यालयों में भी सम्मेलन होगा.
सम्मेलन को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को कमान सौंपी गयी है. 6 टीमों से 5 टीम की कमान दलित नेताओं के हाथ में रहेगी. चार टीमें 6-6 जिलों में जबकि दो टीम को 7-7 जिलों में सम्मेलन की जिम्मेदारी दी गयी है. पहली टीम का नेतृत्व राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह करेंगे. जो जमुई, बांका, भागलपुर, मुंगेर, लखीसराय और नालंदा में सम्मेलन करेंगे. दूसरी टीम को पूर्व मंत्री श्याम रजक लीड करेंगे. वे अरवल, औरंगाबाद, गया, नवादा, जहानाबाद और पटना में सम्मेलन करेंगे. तीसरी टीम का नेतृत्व मंत्री संतोष निराला करेंगे. टीम रोहतास, कैमूर, बक्सर, भोजपुर, सारण, सीवान और गोपालगंज में दलित सम्मेलन करेगी.
चौथी टीम का नेतृत्व मंत्री रमेश ऋषिदेव करेंगे जो सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार में सम्मेलन करेंगे. पांचवीं टीम में मंत्री महेश्वर हजारी रहेंगे जो समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर और वैशाली में सम्मेलन करेंगे. अंतिम व छठी टीम अशोक चौधरी के नेतृत्व में बनी है. इस टीम को बेतिया, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, खगड़िया और शेखपुरा में सम्मेलन करने की जिम्मेदारी दी गयी है.