संवाददाता, पटना बिहार में 1200 से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों को पास के केंद्रों से जोड़ा जायेगा. समाज कल्याण विभाग ऐसे केंद्रों को दूसरे केंद्रों में मर्ज करेगा. जहां बच्चों की संख्या कम है या फिर उस जगह पर अगल-बगल में दो केंद्र है. विभाग के मुताबिक ऐसे केंद्रों को चिन्हित किया गया है. धीरे-धीरे केंद्रों को एक-दूसरे में मर्ज किया जायेगा. वहीं, 2100 से अधिक नये केंद्र खोले जायेंगे. साथ अगले 2026 से सभी केंद्रों में पोषाहार और प्राथमिक शिक्षा के लिये पहुंच रहे बच्चों के लिये डेस्क-बेंच की सुविधा मिलेगी.पहले चरण में समाज कल्याण विभाग राज्य के सौ ऐसे आंगनबाड़ी केंद्रों का चयन करेगा, जो अपने भवन में चल रहा है. इन भवनों को अपग्रेड किया जायेगा. पोषाक में आयेंगे बच्चे, बिना पोषाक के बच्चों की नहीं रहेगी मौजूदगी : विभाग ने सभी जिलों को दिशा-निर्देश दिया है कि केंद्र पर आने वाले सभी बच्चे पोषाक में रहें. बच्चों को पोषाहार के साथ पोषाक की व्यवस्था जीविका दीदी के माध्यम से की गयी है. जहां-जहां पोषाक मिल गया है.वहां के बच्चों को हर दिन पोषाक में आना होगा. वहीं, पहले जिन बच्चों के पास पोषाक है. वह पोषाक पहन कर आये. यह केंद्र पर सेविका को सुनिश्चित करना होगा. दीवारों पर पेंटिंग, लिखी जायेंगी कहानियां आंगनबाड़ी केंद्रों को अपग्रेट करने के लिए दीवारों पर पेंटिंग की जायेगी. वहीं दीवारों पर कहानियां भी लिखने को लेकर निर्देश दिया गया है, ताकि बच्चे पेंटिंग को देखकर खुश हो सकें.बच्चों को नये वातावरण में पोषाहार मिलने से उनका ग्रोथ और बेहतर होगा. केंद्र में सफाई की पूरी व्यवस्था रहेगी. इसकी शुरुआत कुछके केंद्रों से की गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

