पटना : राजधानी पटना स्थित आसरा शेल्टर होम में हुई दो युवतियों की संदेहास्पद मौत के मामले में शेल्टर होम की कोषाध्यक्ष मनीषा दयाल और सचिव चिरंतम कुमार का पुलिस रिमांड खत्म हो गया. जिसके बाद उन्हें गुरुवार को जेल भेज दिया गया है. कोर्ट ने मामले की जांच के लिए मनीषा दयाल और चिरंतम कुमार को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया था. सूत्रों की माने तो इन तीन दिनों में पुलिस को दोनों से कई जानकारियां मिली है.
गौरतलब हो कि आश्रय गृह में रह रही पूनम (17) और बबली (40) गत 10-11 अगस्त की शाम गंभीर रूप से बीमार पड़ गयी थीं. जिन्हें इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था. अस्पताल के सूत्रों का दावा है कि दोनों महिलाओं का पोस्टमार्टम दो पुलिस अवर निरीक्षक की उपस्थिति में कराया गया था. लेकिन, संबंधित थानों को सूचित किये जाने में उनकी विफलता को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने गंभीरतापूर्वक लिया है. बिहार के समाज कल्याण विभाग के निदेशक राजकुमार ने कहा है कि पीएमसीएच के अधिकारी यह दावा कर रह हैं कि दोनों महिलाओं को मृत लाया गया था. लेकिन, महिलाओं के इलाज के दौरान उनके साथ मौजूद विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि उनकी मौत इलाज के दौरान हुई थी.