पटना : जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने ‘आसरा होम’ के कार्यों की सीबीआई जांच कराने की मांग की है. ताकि, एनजीओ की संचालिका मनीषा दयाल के संबंधों और कार्यों की व्यापक जांच हो सके. आज पत्रकार वार्ता के दौरान पप्पू यादव ने कई वीडियो फूटेज, सोशल मीडिया की सामग्री और अखबारों की कटिंग दिखाते हुए कहा कि मनीषा के माध्यम से पटना की इवेंट कंपनियां सरकारी आयोजन को हथिया लेती थीं और इसमें करोड़ों वारा-न्यारा होता था. उन्होंने आरोप लगाया कि कार्यों के आवंटन में रिश्वत के लेन-देन में मनीषा दयाल और चिरंतन कुमार की भूमिका महत्वपूर्ण रही है. इसमें सरकारी अधिकारियों की भी मिली भगत रही है.
पप्पू यादव ने कहा कि मनीषा दयाल के रिश्तेदार अभय सिन्हा और अजय सिन्हा की इवेंट कंपनी आरोही ने मलेशिया में भोजपुरी अवार्ड का आयोजन किया था. इसमें भाजपा के सांसद संजय जयसवाल, मंत्री प्रमोद कुमार और एक मंत्री के आप्त सचिव भी शामिल हुए थे. उन्होंने कहा कि बताया जाता है कि इस आयोजन में राज्य सरकार ने भी आर्थिक मदद की थी. ऐसी डील में मनीषा दयाल की भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता है.
सांसद ने कहा कि मनीषा दयाल के एनजीओ को किस आधार पर आसरा होम चलाने का कार्य आवंटित हुआ. अब तक आसरा होम को कितनी राशि का आवंटन किया जा चुका है. आसरा होम में हुई गड़बडि़यों की जांच किन अधिकारियों ने की थी और जांच रिपोर्ट के आधार पर क्या कार्रवाई की गयी. उन्होंने इन सवाल के जवाब को सार्वजनिक करने की मांग की. उन्होंने मनीष दयाल और चिरंजन कुमार की सीडीआर जांच करने, बैंक खाता सील करने और उनकी बेनामी संपत्ति को जब्त करने की मांग की है.
सांसद ने आरोप लगाया कि मनीषा दयाल के संपर्क प्रशासनिक सेवा के वरीय अधिकारी व विधायकों से भी थें. उन्होंने इवेंट कंपनी वाइल्ड आर्मी के निश्चल सिन्हा की जांच करने की मांग की. मनीषा दयाल के पिता विजय दयाल भी मनरेगा प्लांटेशन के मामले में जांच के घेरे में आये थे. सांसद ने सभी इवेंट कंपनियों के कार्यों और इवेंट के लिए आवंटित सरकारी राशि की जांच की मांग भी की.