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पटना : एनएमसीएच में हड़ताल पर गये जूनियर डॉक्टर, महिला की मौत के बाद परिजनों ने की हाथपाई
पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगलवार की शाम एक वृद्ध महिला की मौत के बाद परिजनों ने जूनियर डॉक्टरों से हाथापाई की और इमरजेंसी में तोड़फोड़ की. इससे आक्रोशित जूनियर डॉक्टर देर शाम हड़ताल पर चले गये.जूनियर डॉक्टरों का आरोप है कि परिजनों ने जाते हुए अस्पताल परिसर के बाहर फायरिंग भी […]
पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगलवार की शाम एक वृद्ध महिला की मौत के बाद परिजनों ने जूनियर डॉक्टरों से हाथापाई की और इमरजेंसी में तोड़फोड़ की. इससे आक्रोशित जूनियर डॉक्टर देर शाम हड़ताल पर चले गये.जूनियर डॉक्टरों का आरोप है कि परिजनों ने जाते हुए अस्पताल परिसर के बाहर फायरिंग भी की.
वहीं, पीएमसीएच और डीएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों ने भी अल्टीमेटम दिया है कि एनएमसीएच में मारपीट करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ अगर 24 घंटे में कार्रवाई नहीं की गयी, तो वे भी हड़ताल पर चले जायेंगे. इधर हंगामा व कार्य बहिष्कार की खबर पाकर मौके पर एनएमसीएच के प्राचार्य डॉ सीताराम प्रसाद, अधीक्षक डॉ चंद्रशेखर, उपाधीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण भी पहुंचे. अधीक्षक ने बताया कि हंगामा करने वाले कौन लोग थे.
इसकी जांच-पड़ताल की जा रही है. अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है. आलमगंज के थानाध्यक्ष ओम प्रकाश ने बताया कि फायरिंग की बात अभी स्पष्ट नहीं है. इस संबंध में मरीज के नाम-पता भी पंजी में अंकित नहीं है और न ही अस्पताल प्रशासन की ओर से लिखित दिया गया है. हंगामे की सूचना पर पुलिस जांच-पड़ताल को पहुंची है. हंगामे की वारदात सीसीटी कैमरा में कैद है.
सुबह में हुई थी मौत
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि रंजन कुमार रमन ने बताया कि गर्दनीबाग निवासी 70 वर्षीया महिला ब्रेन हैम्ब्रेज की शिकार थी. उसे लेकर परिजन मंगलवार की सुबह 11 बजे आये थे, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.
इसके बाद परिजन शव लेकर चले गये. उसी महिला के शव के साथ परिजन शाम को लगभग साढ़े छह बजे अस्पताल पहुंचे, जहां इमरजेंसी में तैनात जूनियर डॉक्टरों से महिला को जिंदा करने व इलाज करने की मांग पर अड़ गये.
जब डॉक्टरों ने इसका विरोध किया, तो 10 से 12 की संख्या में रहे परिजन हाथापाई पर उतर आये. वे धक्का-मुक्की करने लगे. कुछ लोगों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी. जूनियर डॉक्टरों ने बताया कि ऑटो से शव को लाया गया था, जबकि बाइक पर भी तीन युवक थे.
हड़ताल पर गये जूनियर, मनाते रहे प्राचार्य व अधीक्षक
हाथापाई व हंगामा के बाद जूनिरयर डॉक्टर इमजरेंसी में ट्रॉली लगा कर गेट को बंद कर दिया और कार्य बहिष्कार करते हुए बाहर निकल आये.
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि रंजन कुमार रमन ने बताया कि 12 घंटे के अंदर हमलावर को गिरफ्तार करने, जूनियर डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग को लेकर जूनियर व इंटर्नशिप कर रहे यूजी के छात्र हड़ताल पर चले गये. कॉलेज के प्राचार्य डॉ सीताराम प्रसाद ने बताया कि एक महिला मरीज की मौत के बाद परिवार के लोग शाम में अस्पताल आये थे, जहां हंगामा व हाथापाई की. साथ ही फायरिंग की बात कही जा रही है. इसकी जांच चल रही है.
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