पटना : मकर संक्रांतिकेअवसरपर बिहारमें बदले राजनीति माहौल का असर साफ तौर पर दिखाई दे रहा है. राजनीतिक दलों द्वारा दिये जाने वाले चूड़ा-दही भोज के अबकी बदले-बदले से दिखने को लेकर सूबे में सियासी चर्चाएं तेज हाे गयी है. बता दें कि मकर संक्रांति पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव व जदयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह का चूड़ा-दही भोज चर्चित रहा है. हालांकि, इस बार राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के जेल जाने के कारण 10 सर्कुलर रोड सूना-सूना सा दिखाई दिया. वहीं, जदयू के भोज का स्थल व आमंत्रितों की सूची दोनों में पिछले साल की तुलना में बदलाव देखने को मिला. सत्ता के साझीदार बदलने से भोज का चेहरा व अंदाजमें भिन्नतासाफ तौर परदिखाई दिया. 2019 के लोस चुनाव का असर भी भोज पर दिखने को लेकर चर्चाएं तेज हो गयी है.
जदयू के दही-चूड़ा भोज में शामिल हुए सीएम नीतीश
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिह के 36, हार्डिंग रोड आवास पर दही-चूड़ा-तिलकुट भोज का आज आयोजन किया गया. इसमें मुख्यमंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार भी शामिल हुए. खास बात यहरही है कि इस बार कांग्रेस व राजद को इस भोज में आमंत्रित नहींकियागया है. इसभोज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत पार्टी के सभी वरीय नेता, सांसद, मंत्री, विधायक, विधान पार्षद, पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताभी शामिल हुए.
एनडीए के घटक दलों के नेता भीहुए शामिल
जदयूकीओर से आयोजित मकर संक्रांति भोज में एनडीए के घटक दलों के नेता भी शामिल हुए. भाजपा के प्रदेश के नेताओं समेत उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, भाजपा कोटे के मंत्री शामिल हुए. भाजपा के नेता पांच साल बाद जदयू के दही-चूड़ा भोज में शामिल हुए. इससे पहले एनडीए की सरकार में 2013 के भोज में सभी शामिल हुए थे. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह की ओर से आयोजित इस भोज के लिए एनडीए घटक दल के नेताओं को बुलाया गया था. भाजपा के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, सांसद चिराग पासवान, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी शामिल हुए.
राजद-कांग्रेस को भोज के लिए नहीं दिया गया निमंत्रण
राजद व कांग्रेस को भोज के लिए निमंत्रण नहीं दिया गया है, लेकिन कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी को फोन किया गया था, लेकिन उनके बात नहीं हो सकी. जदयू के दही-चूड़ा भोज में भागलपुर का कतरनी चूड़ा, प चंपारण के मर्चा धान का चूड़ा समेत गया-भागलपुर-पटना का तिलकुट परोसा गया.
लोजपा प्रदेश कार्यालय में आज दही-चूड़ा भोज का आयोजन
पटना. लोजपा प्रदेश कार्यालय में रविवार को मकर संक्रांति के अवसर पर दही-चुड़ा भोज का आयोजन किया गया. इस भोज के आयोजन की मेजबानी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान, लोजपा केंद्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान, लोजपा प्रदेश अध्यक्ष व पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री पशुपति कुमार पारस, सांसद रामचंद्र पासवान ने किया.
रालोसपा के दही-चूड़ा भोज में नीतीश, सुशील व रामविलास आमंत्रित
पटना. रालोसपा की ओर से मकर संक्रांति का भोज दही-चूड़ा सोमवार को आयोजित की गयी है. भोज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान सहित एनडीए घटक दलाें के नेता आमंत्रित किये गये हैं. भोज का आयोजन रालोसपा के प्रदेश कार्यालय में होगा. भोज में शामिल होनेवाले भागलपुर का कतरनी चूड़ा, गया रमना का तिलकूट, मोतिहारी का भूरा व पटना की सब्जी का स्वाद चखेंगे. रालोसपा बिहार प्रदेश के प्रधान महासचिव सत्यानंद प्रसाद दांगी ने कहा कि पार्टी की ओर से 15 को दही-चूड़ा भोज है.
अबकी सूना-सूना सा रहेगा 10 सर्कुलर रोड, कांग्रेस में नहीं होगा कोई आयोजन
राष्ट्रीय दल भाजपा व कांग्रेस में संक्रांति भोज की कोई स्थापित संस्कृति नहीं रही है. पिछले साल जदयू-राजद-कांग्रेस के महागठबंधन की सरकार थी. तब लालू प्रसाद के भोज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत तीनों दलों के दिग्गजों की जुटान के बीच लालू के आतिथ्य का चिरपरिचत अंदाज भी दिखा था. दो वर्षों तक महागठबंधन सरकार होने के दौरान चूड़ा-दही भोज के मौके पर लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार को तिलक लगा कर एकजुटता का परिचय दिया था. लालू प्रसाद के चारा घोटाला के एक मामले में जेल में होने और उनकी बड़ी बहन के निधन के कारण राजद समर्थक चूड़ा-दही भोज से अलग रहेंगे. उधर, कांग्रेस ने भोज नहीं आयोजित करने का मन बना लिया है. कारण कि बदलाव से गुजरी यह पार्टी अभी आमंत्रण यात्रा की तैयारी में खुद को व्यस्त बता रही है.
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