पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने विकास समीक्षा यात्रा के प्रथम चरण के तहत उत्तर बिहार के जिलों का दौर कर रहे हैं. शनिवार को दरभंगा पहुंचे, सीएम लगातार लोगों से मिल रहे हैं और दहेज विरोधी अभियान और बाल विवाह के साथ शराबबंदी को खुलकर सपोर्ट करने की बात कह रहे हैं. इस बीच लालू यादव ने शुक्रवार को कहा कि समीक्षा यात्रा में सरकारी पैसे का खुलकर दुरुपयोग हो रहा है और यह एक घोटाला है, इसकी जांच होनी चाहिए. लालू के बयान मीडिया में आने के बाद जदयू ने लालू को जवाब देना शुरू किया है. लालू के बयान के बाद भड़के जदयू नेताओं ने राजद और लालू को कुछ इस तरह जवाब दिया है.
जदयू के प्रवक्ता सह विधान पार्षद नीरज कुमार ने राजद सुप्रीमो लालू यादव से कहा है कि दूसरों को उपदेश देने वाले सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव पहले, अपनी सुरक्षा वापस करें तथा सरकार से मिलने वाली तमाम सुविधाओं को वापस करें. नीरज लालू के उस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विकास यात्रा में सरकारी मानदेय कर्मियों के बेजा इस्तेमाल का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा कि जनता ने विधानसभा चुनाव में सात निश्चय की बुनियाद पर वोट डाला था और उसकी समीक्षा यात्रा में जीविका कीमहिलाओं का शामिल होना गलत नहीं है. उन्होंने कहा कि जीविकाकर्मियों के अनुरोध पर शराबबंदी जैसा महत्वपूर्ण अभियान लागू किया गया था.
बकौल नीरज अगर जीविका की महिलाएं सामाजिक जकड़न के मुक्ति अभियान दहेज प्रथा, बाल विवाह के विरोध में शामिल हो रही हैं, तो लालू को समाज के गरीब तबके की महिलाओं से आपत्ति क्यों है. नीरज ने एक कदम आगे बढ़ते हुए कहा कि लालू को इसमें भी अगर घोटाला नजर आ रहा है तो जब वे सीबीआई कोर्ट में पेशी के लिए जाते हैं तो सुरक्षाकर्मी साथ क्यों रखते हैं? सर्किट हाउस में क्यों रहते हैं ? सरकारी सुविधाओं का इस्तेमाल क्यों करते हैं ?
नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि योजनाओं के अनुश्रवण और उसकी सुनवाई के लिए आदरणीय नीतीश कुमार जी जिलों में जा रहे हैं तो लालू के पेट में दर्द हो रहा है, तो ऐसा प्रतीत होता है कि जबसे न्यायपालिका ने लालू को सजा मुकर्रर किया है तबसे राजद अध्यक्ष मानसिक कारावास में चले गए हैं. उन्होंने जदयू कार्यकर्ताओं के विकास यात्रा में शामिल होने को सही ठहराया और कहा कि विकास यात्रा के दौरान सीएम सार्वजनिक सभाओं को संबोधित भी कर रहे हैं और उन सभाओं में राज्य का हर नागरिक शामिल हो सकता है.
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