पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुजरात विधानसभा चुनाव में जदयू के खड़े हो रहे उम्मीदवारों के समर्थन में चुनाव प्रचार नहीं करेंगे. जदयू के एक नेता द्वारा मीडिया को दी गयी जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार पार्टी के अन्य नेताओं को गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए भेजेंगे. बिहार में भाजपा के साथ मिलकर सरकार चला रही जदयू ने गुजरात विधानसभा चुनाव में पचास सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. नीतीश कुमार ने हाल के दिनों में लोक संवाद कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में यह कह चुके हैं कि भाजपा को गुजरात में कोई नहीं हरा सकता, हालांकि उसके बाद भी जदयू ने गुजरात में अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है.
हालांकि, नीतीश कुमार और जदयू के इस फैसले पर प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए कहा है कि नीतीश कुमार की पार्टी गुजरात में भाजपा की मदद कर रही है. जदयू की तरफ से राज्यसभा सांसद आर.सी.पी. सिंह, जेडीयू के महासचिव के.सी. त्यागी, बिहार के मंत्री ललन सिंह और पूर्व मंत्री श्याम रजक गुजरात चुनाव के लिए पार्टी के स्टार प्रचारक रहेंगे. यह नेता गुजरात चुनाव में जदयू उम्मीदवारों के लिए कई सभाओं को संबोधित करेंगे.
केसीत्यागी ने मीडिया को बताया कि इससे पहले भी जदयू गुजरात चुनाव लड़ चुकी है. उस वक्त जदयू के टिकट पर छोटू भाई वसावा विधायक भी बन चुके हैं. उन्होंने कहा कि हाल में गुजरात के विधायक वसावा शरद गुट में शामिल हो गये हैं. उधर कांग्रेस की ओर से अच्छा रिस्पांस नहीं मिलने की वजह से गुजरात में शरद गुट और कांग्रेस में खटपट की खबर भी आ रही है. केसी त्यागी ने मीडिया को बताया दिया है कि पाटीदार समूह में कांग्रेस के प्रति गुस्सा है. कांग्रेस ने शरद गुट को भी मात्र दो सीटें दी है. जिसके कारण शरद खेमे में भी नाराजगी है. गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए मतदान दो चरणों में 9 और 14 दिसंबर को होने हैं और नतीजे 18 को घोषित किए जाएंगे.
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