पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि राजद की रैली में शरद यादव शामिल होकर खुद ही उन्होंने अपने आप को जदयू से अलग कर लिया. उन्होंने जदयू को छोड़ दिया. दसवीं अनुसूची के तहत जदयू राज्यसभा के सभापति से उनकी सदस्यता को समाप्त करने की अपील करेगा. सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद की रैली सुपर फ्लॉप रही.
उन्होंने कहा कि गांधी मैदान में बुलाये गये लोग पैसों पर बुलाये लोग थे, जिनका रैली से कोई लेना देना नहीं था. जो भी भीड़ जुटी थी वह भाड़े की भीड़ थी. गांधी मैदान में घोटालाराम का परिवार ड्रामेबाज फैमिली लग रही था. इस रैली से लालू यादव पूरी तरह से एक्सपोज हो गये हैं कि उनको बिहार की जनता से कुछ लेना-देना नहीं है, बस अपने परिवार के बारे में ही सोचना है. उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता के नाम पर बुलायी गयी इस रैली में विपक्षी एकता बिल्कुल नहीं दिखी.
राजद की रैली हो गयी टांय-टांय फिस्स : जदयू के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा है कि बिहार की भीषण बाढ़ को भुलाकर राजद की कथित देश बचाओ महारैली को बिहार की जनता ने नकार दिया. पटना के राजद कार्यकर्ताओं व दूसरे जिलों से गाड़ियों में लादकर लाये गये लोगों के अलावा लालू परिवार की इस रैली में कोई विशेष जन भागीदारी नहीं होने से रैली टांय-टांय फिस्स हो गयी.
जदयू के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा कि राजद ने रैली में अतिपिछड़ा वर्ग के नेताओं अौर कार्यकर्ताओं का खूब इस्तेमाल किया, लेकिन एक भी अतिपिछड़ा वर्ग के नेता को बोलने का मौका नहीं दिया और अतिपिछड़ा समाज से खिलवाड़ किया. वहीं, युवा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष संतोष कुशवाहा व प्रवक्ता ओम प्रकाश सिंह सेतु ने कहा कि राजद की रैली पूरी तरह असफल रही. जो लोग आये हुए थे अपराधी प्रवृत्ति के लोग थे.जिस तरह से पटना की सड़कों पर नंगा नाच हुआ इससे साफ जाहिर हो रहा है की 90 का दशक लौट आया है.
