नयी दिल्ली/पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार के लिए मुसीबतें खत्म होती नजर नहीं आ रही हैं. लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती और दामाद शैलेश के चार्टर्ड अकाउंटेंट राजेश अग्रवाल के खिलाफ ईडी ने शुक्रवार को नयी दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चार्जशीट दाखिल किया है. ईडी ने चार्जशीट में बताया है कि किस तरह कालाधन सफेद करने के खेल में राजेश अग्रवाल शामिल है. मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि चार्जशीट विशेष अदालत के न्यायाधीश नरेश कुमार मल्होत्रा की अदालत में दाखिल किए गए हैं. मामले की अगली सुनवाई 9 अगस्त को होगी.
मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में हुई थी सीए की गिरफ्तारी
ईडी ने मिशेल कंपनी को पैसा देनेवाली फर्जी कंपनियों के मालिक वीके जैन और एसके जैन को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. इसी के आधार पर सीए राजेश अग्रवाल की भी गिरफ्तारी हुई थी. वहीं, आयकर विभाग को शक है कि मीसा भारती और शैलेश के पास कई बेनामी संपत्तियां हैं. इस मामले में आयकर विभाग भी मीसा भारती से पूछताछ कर चुका है.
मीसा और शैलेश पर क्या हैं आरोप?
ईडी को मीसा भारती और शैलेश की पांच कंपनियों के खिलाफ कई अहम सबूत मिले हैं. मीसा भारती और शैलेश की कंपनी मिशेल में चार शैल कंपनियों के जरिये पैसा आया और दिल्ली में फार्म हाऊस खरीदा गया था. ईडी द्वारा शैल कंपनी के मालिक जैन बंधुओं और शैलेश के सीए राजेश अग्रवाल से पूछताछ में पता चला है कि शैल कंपनियो में बैठे इन लोगों ने इस शेयर को ट्रासंफर करने के लिए बाकायदा फीस वसूली थी.

