रांचीः होटल का टेंडर आवंटन मामले में गड़बड़ी की जांच करने केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआइ) का एक दल आज सुबह-सुबह पटना के 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी देवी के आवास पहुंचा. बताया जाता है कि दल में 25-30 अधिकारी थे. बताया जा रहा है कि सीबीआइ लालू और उनके परिवार के नाम पर जो जमीनें हैं, उसके दस्तावेज खंगाल रही है.
दरअसल, पिछले दिनों बिहार भाजपा के नेता सुशील मोदी ने आरोप लगाया था कि लालू प्रसाद ने रेल मंत्री रहते अनैतिक तरीके से अपनी पत्नी राबड़ी देवी और अपने बच्चों के नाम पर बेनामी संपत्ति खरीदी. उन्होंने आरोप लगाया था कि हर्ष कोचर को रेलवे के होटलों के रख-रखाव का टेंडर देने के बदले लालू ने पटना में उनसे 2 एकड़ जमीन ली थी.
Bihar: CBI team at Lalu Prasad Yadav's residence in Patna (Earlier Visuals) pic.twitter.com/pFyuenRfZm
— ANI (@ANI) July 7, 2017
यह जमीन डिलाइट कंपनी के नाम पर ली गयी, जिसका स्वामित्व तेजस्वी के नाम था. बाद में इस कंपनी का नाम बदल कर लारा कर दिया गया. सुशील मोदी लारा का मतलब लालू राबड़ी बताते हैं.
बहरहाल, सीबीआइ ने दिल्ली के डी-1088 न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित कोठी में भी छापेमारी की, जो लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव के नाम है. यहां लालू प्रसाद के परिवार का कोई सदस्य नहीं मिला, तो छापामारी करने पहुंची सीबीआइ की टीम ने आसपास के लोगों से कुछ पूछताछ कर रहे हैं.
Hotel tenders case against Lalu Prasad Yadav and family: CBI raid at Chanakya BNR Hotel in Ranchi pic.twitter.com/jrJJ46lJ1f
— ANI (@ANI) July 7, 2017
उधर, पटना में 25-30 अधिकारियों का दल पांच वाहनों में आया. किसी को यह पता नहीं था कि ये लोग सीबीआइ के अफसर हैं. अधिकारियों ने वाहन चालकों को सुबह पांच बजे ही होटल बुला लिया था. ड्राइवरों से कहा गया था कि वे हाइकोर्ट जायेंगे. इन लोगों को लेकर जब ड्राइवर हाइकोर्ट पहुंचे, तो उन्हें आगे चलने को कहा गया और ये लोग राबड़ी के आवास पहुंच गये.
बताया जाता है कि सीबीआइ अधिकारियों ने अपना परिचय जींस कंपनी के प्रतिनिधि के रूप में दी थी. उन्होंने कहा था कि वे जींस से जुड़ा कुछ सौदा करने आये हैं. लेकिन, जब मीडिया में खबर फ्लैश हुई, तो पता चला कि ये किसी कंपनी के आदमी नहीं, बल्कि सीबीआइ के अधिकारी हैं.