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घर में शौचालय होता, तो शायद नहीं होता गैंगरेप
सुबह चार बजे किऊल स्टेशन पर रेल की पटरियों पर बेसुध फेंकी मिली थी पीड़िता पटना : शौचालय के लिए राज्य और केंद्र सरकार की ढेरों योजनाओं के बावजूद जरूरतमंदों के घरों में शौचालय नहीं बनता है. इस कारण युवतियाें और महिलाओं को अपनी इज्जत गंवानी पड़ती है. लखीसराय में युवती से गैंगरेप और उसके […]
सुबह चार बजे किऊल स्टेशन पर रेल की पटरियों पर बेसुध फेंकी मिली थी पीड़िता
पटना : शौचालय के लिए राज्य और केंद्र सरकार की ढेरों योजनाओं के बावजूद जरूरतमंदों के घरों में शौचालय नहीं बनता है. इस कारण युवतियाें और महिलाओं को अपनी इज्जत गंवानी पड़ती है. लखीसराय में युवती से गैंगरेप और उसके बाद ट्रेन से फेंक देने की घटना के पीछे भी यही हकीकत सामने आयी है. लखीसराय के चानन थाना अंतर्गत एक गांव की 16 वर्षीय युवती 15-16 जून की देर रात शौच के लिए निकली थी. इसी दौरान उसके साथ गैंगरेप हुआ.
गांव के ही दो युवकों के साथ चार अन्य ने पिस्तौल के बल पर उसे अगवा कर लिया. मुंह पर कपड़ा बांधा और बारी बारी से दुष्कर्म किया. इसके बाद लड़की को वंशीपुर स्टेशन ले गये. वहां मौर्य एक्सप्रेस खड़ी थी, जिसके माल वैन में लड़की को रख दिया गया और फिर सभी युवकों ने किउल स्टेशन के पहले होम सिगनल के पास चलती ट्रेन से उसे फेंक दिया. जहां सुबह उसे परिजनों ने ढूंढा. फिर इलाज के लिए पहले वहां के निजी अस्पताल और बाद में पीएमसीएच लेकर आये. पीड़िता का फिलहाल पीएमसीएच के आइसीयू में इलाज चल रहा है.
शौचालय नहीं होने को कोस रही है मां : लड़की की मां घर में शौचालय नहीं होने को भी इसका एक कारण बताते हुए अपनी किस्मत को कोस रही है. पीएमसीएच में बदहवास स्थिति में लड़की की मां ने अपनी टूटी-फूटी हिंदी में कहा कि वह तो अपने मायके मुंगेर गयी थी. यदि घर में शौचालय होता तो फिर मेरी लड़की बाहर क्यों जाती? न वह बाहर जाती और न ही दरिंदे उसे अगवा कर ले जाते और उसकी जिंदगी उजाड़ते.
पटना : रात को साथ में खाना खाया. टीवी पर क्रिकेट मैच भी देखा, पर अगली सुबह इतनी भयावह होगी.
ऐसा सपने में भी नहीं सोचा था. इतना कहते ही पीड़िता के भाई की आंखों में आंसू आ गये. उसने आगे कहा कि रात में सोने के बाद दीदी शौच के लिए बाहर गयी थी. दो घंटे बाद भी वह नहीं आयी, तो हमलोग उसे ढूंढ़ने लगे. पागलों की तरह रात भर खोजते रहे. रेलवे स्टेशन की आेर दौड़ पड़े. उस वक्त सुबह के चार बज रहे थे.
कोई बाइक से कोई पैदल ही उसे जगह-जगह ढूंढ़ रहा था. तभी हमें ट्रेन में कुछ लोग दिखायी दिये, जो टॉर्च जला कर नीचे देख रहे थे. हम लोगों को शक हुआ, फिर पटरियों पर ढूंढ़ने लगे. तभी देखा कि मेरी दीदी पटरियों के बीच पड़ी हुई है. वह खून से लथपथ थी. हमें पहचानने तक की स्थिति में वह नहीं थी. बस उसकी सांसें चल रही थीं. उसे देखते ही मुझे लगा कि दीदी के साथ कुछ गलत हुआ है. मेरे चाचा भी समझ चुके थे. वहां से दीदी को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां होश आने के बाद उसने पूरी बात बतायी. इसके बाद चाचा और मैं कबिया थाने प्राथमिकी दर्ज कराने पहुंचे.
थाने में भी टालमटोल करते रहे
कबिया थाना प्रभारी ने बताया कि मामला चानन थाने के अंतर्गत आयेगा. हमें उस थाने जाना होगा. बहुत कहने के बाद कबिया थाना प्रभारी ने चानन थाना को बुला कर प्राथमिकी दर्ज करायी. स्थानीय डॉक्टर ने दीदी को रेफर कर दिया. कहा, पूरे बदन की हड्डी टूट चुकी है. इसका इलाज बड़े अस्पताल में कराना होगा. इतने में पीड़िता की मां ने रोते हुए कहा कि बेटी का चेहरा नहीं देखे हैं. मुझे मिलने नहीं दे रहे हैं. कह रहे हैं, तू नहीं देख पायेगी. दो दिन के लिए बेटी को छोड़ मायके गयी थी, क्या पता था. ऐसा हो जायेगा. चार दिन हो गये हैं, घर नहीं गयी हूं और न ही बेटी से मिलने दिया है. एक ही बेटी थी. पता नहीं हमने किसका क्या बिगाड़ा था?
पीड़िता की मां को नहीं मिली राशि, आज फिर बुलाया
पटना. बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से सोमवार को रेप पीड़िता की मां को बिहार पीड़ित कंपनसेशन स्कीम 2014 का लाभ देने को बुलाया गया. लेकिन, पीड़िता की मां के पास कोई कागजी पहचान नहीं होने से राशि नहीं मिल सकी. राशि का लाभ लेने के लिए पीड़िता की मां को मंगलवार को फिर से कार्यालय बुलाया गया है. जिसमें पीड़िता के पिता का बैंक खाता का पासबुक लाने को कहा गया है.
आइसीयू में भरती हुई पीड़िता, हो रही निगरानी
पटना. लखीसराय की गैंगरेप पीड़िता को सोमवार को आइसीयू में भरती कराया गया. उसकी लगातार निगरानी करायी जा रही है. प्रभात खबर में प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने के बाद पीएमसीएच प्रबंधन ने इमरजेंसी से पीड़िता को सर्जिकल आइसीयू में भर्ती कराया.
अधीक्षक डॉ लखींद्र प्रसाद के मुताबिक लड़की की हालत स्थिर है. दवाईयों से लेकर सभी जरूरी जांच अस्पताल प्रबंंधन द्वारा करायी जा रही है. वहीं, पीएमसीएच के डाॅक्टराें द्वारा पीड़िता की मेडिकल जांच की गयी है.
अधीक्षक ने कहा कि डाॅक्टरों की टीम ने जांच की है लेकिन उन्हें कोई रिपोर्ट नहीं दी गयी है. पैथोलॉजी विभाग द्वारा रिपोर्ट लखीसराय के एसपी को भेजी जायेगी. बताया जाता है कि मेडिकल रिपोर्ट मुख्य सचिव को भेजी गयी है. अध्ययन के बाद इसे आज सार्वजनिक किया जा सकेगा. इधर, पूर्व बीजेपी विधायक उषा विद्यार्थी ने पीएमसीएच में पीड़िता के साथ मुलाकात की.
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